90 फीसदी लोगों ने तो कर रखा है एमओएस का उल्लंघन
सीएम हेल्प लाइन में शिकायतों का निराकरण नहीं होने की वजह से लगातार पड़ रही फटकार पर मुख्य नगरपालिका अधिकारी रियाजुद्दीन कुरैशी ने दो टूक शब्दों में कहा कि मैं कैसे करूं शिकायतों का निराकरण। प्रभावशाली लोगों ने तो अतिक्रमण कर रखे हैं। बार बार एक ही बात कही जाती है। यह बात सही है कि सीएम हेल्पलाइन पर जिले में सबसे अधिक शिकायतें नीमच नगरपालिका की हैं। शिकायत करने पर यदि एक का अतिक्रमण तोड़ा जाएगा तो वो दूसरे का अतिक्रमण बताने लगता है। एमओएस को लेकर सबसे अधिक शिकायतें हैं। 90 प्रतिशत लोगों ने एमओएस का उल्लंघन कर रखा है। किस किस का अतिक्रमण तोड़ें। सबके अतिक्रमण तोडऩा पड़ेंगे। अब क्या मैं नीमच को सीरिया बना दूं? एमओएस के साथ अस्थाई अतिक्रमण की भी बहुत शिकायतें हैं। हर अतिक्रमणकर्ता किसी न किसी राजनीतिक दल से जुड़ा हुआ ह। अतिक्रमण हटाने जाएं तो विवाद की स्थिति निर्मित हो जाती है। कलेक्टर को भी इस समस्या से अवगत करा दिया है। तहसीलदार और एसडीएम की मौजूदगी में ही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी। मैंने स्पष्ट कहा कि पुलिस फोर्स और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में सीएम हेल्पलाइन की पूरी शिकायतों का निराकरण किया जा सकता है।
193 शिकायतों का नहीं हुआ समाधान
सीएम हेल्पलाइन पर नीमच नगरपालिका की कुल 193 शिकायतें पेंडिंग पड़ी हैं। इनमें 61 शिकायतें लेवल 4 पर जाकर अटक गई हैं। इन शिकायतों को निराकरण नहीं होना सीएमओ के गले की फांस बन गया है। जिले में कुल 243 शिकायतें सीएम हेल्पलाइन पर पेंडिग पड़ी हैं। इनमें अकेले नीमच नपा की ही 193 शिकायतें शामिल हैं। नयागांव की मात्र एक शिकायत सीएम हेल्पलाइन हुई है। जिले की 164 शिकायतें लेवल एक, 10 लेवल 3 ओर 69 शिकायतें लेवल 4 पर अटकी हैं।
सबसे अधिक नीमच नपा की शिकायतें
बुधवार को मुख्यमंत्री स्वयं वीडियो कॉफ्रेंस ले रहे हैं। सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों को लेकर चर्चा हो सकती है। ऐसे में नीमच नपा में शिकायतों को लम्बे समय से निराकरण नहीं होने पर फटकार भी लग सकती है। सीएमओ को कई बार सचेत किया जा चुका है। इसके बाद भी निराकरण नहीं हो रहा है। कलेक्टर भी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं।
– एस कुमार, परियोजना अधिकारी
सीएम हेल्प लाइन में शिकायतों का निराकरण नहीं होने की वजह से लगातार पड़ रही फटकार पर मुख्य नगरपालिका अधिकारी रियाजुद्दीन कुरैशी ने दो टूक शब्दों में कहा कि मैं कैसे करूं शिकायतों का निराकरण। प्रभावशाली लोगों ने तो अतिक्रमण कर रखे हैं। बार बार एक ही बात कही जाती है। यह बात सही है कि सीएम हेल्पलाइन पर जिले में सबसे अधिक शिकायतें नीमच नगरपालिका की हैं। शिकायत करने पर यदि एक का अतिक्रमण तोड़ा जाएगा तो वो दूसरे का अतिक्रमण बताने लगता है। एमओएस को लेकर सबसे अधिक शिकायतें हैं। 90 प्रतिशत लोगों ने एमओएस का उल्लंघन कर रखा है। किस किस का अतिक्रमण तोड़ें। सबके अतिक्रमण तोडऩा पड़ेंगे। अब क्या मैं नीमच को सीरिया बना दूं? एमओएस के साथ अस्थाई अतिक्रमण की भी बहुत शिकायतें हैं। हर अतिक्रमणकर्ता किसी न किसी राजनीतिक दल से जुड़ा हुआ ह। अतिक्रमण हटाने जाएं तो विवाद की स्थिति निर्मित हो जाती है। कलेक्टर को भी इस समस्या से अवगत करा दिया है। तहसीलदार और एसडीएम की मौजूदगी में ही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी। मैंने स्पष्ट कहा कि पुलिस फोर्स और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में सीएम हेल्पलाइन की पूरी शिकायतों का निराकरण किया जा सकता है।
193 शिकायतों का नहीं हुआ समाधान
सीएम हेल्पलाइन पर नीमच नगरपालिका की कुल 193 शिकायतें पेंडिंग पड़ी हैं। इनमें 61 शिकायतें लेवल 4 पर जाकर अटक गई हैं। इन शिकायतों को निराकरण नहीं होना सीएमओ के गले की फांस बन गया है। जिले में कुल 243 शिकायतें सीएम हेल्पलाइन पर पेंडिग पड़ी हैं। इनमें अकेले नीमच नपा की ही 193 शिकायतें शामिल हैं। नयागांव की मात्र एक शिकायत सीएम हेल्पलाइन हुई है। जिले की 164 शिकायतें लेवल एक, 10 लेवल 3 ओर 69 शिकायतें लेवल 4 पर अटकी हैं।
सबसे अधिक नीमच नपा की शिकायतें
बुधवार को मुख्यमंत्री स्वयं वीडियो कॉफ्रेंस ले रहे हैं। सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों को लेकर चर्चा हो सकती है। ऐसे में नीमच नपा में शिकायतों को लम्बे समय से निराकरण नहीं होने पर फटकार भी लग सकती है। सीएमओ को कई बार सचेत किया जा चुका है। इसके बाद भी निराकरण नहीं हो रहा है। कलेक्टर भी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं।
– एस कुमार, परियोजना अधिकारी