पांच गुना अधिक वीवीपैट की पर्चियों का होगा मिलान
23 मई को लोकसभा चुनाव के परिणाम घोषित किए जाएंगे। इसके लिए प्रशासन की ओर से सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। परिणाम जानने के लिए सबसे पहले डाकमत पत्रों की गिनती होगी। हर राउंड में दलों को पावती दी जाएगी। इस बार एक नया पेंच फंसा है। इस बार पांच गुना अधिक वीवीपैट की पर्चियों से इवीएम के आंकड़ों का मिलान किया जाएगा। इसके चलते अंतिम परिणाम आने में 4 से 5 घंटे अधिक लगेंगे। इस काम के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगा दी गई है। जिला प्रशासन की ओर से इसके लिए आवश्यक तैयारियां प्रारंभ कर दी गई है। जिन कर्मचारियों की इस कार्य में ड्यूटी लगाई गई है उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। नीमच जिले में कुल तीन विधानसभा हैं। विधानसभा चुनाव की तरह ही प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में गिनती के लिए 14-14 टेबल लगाई जाएंगी। प्रत्येक टेबल पर करीब ३ कर्मचारी लगाए जाएंगे। पहला गणना पर्यवेक्षक, दूसरा गणना सुपरवाइजर और तीसरा माइक्रो आब्जर्वर।
23 मई को लोकसभा चुनाव के परिणाम घोषित किए जाएंगे। इसके लिए प्रशासन की ओर से सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। परिणाम जानने के लिए सबसे पहले डाकमत पत्रों की गिनती होगी। हर राउंड में दलों को पावती दी जाएगी। इस बार एक नया पेंच फंसा है। इस बार पांच गुना अधिक वीवीपैट की पर्चियों से इवीएम के आंकड़ों का मिलान किया जाएगा। इसके चलते अंतिम परिणाम आने में 4 से 5 घंटे अधिक लगेंगे। इस काम के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगा दी गई है। जिला प्रशासन की ओर से इसके लिए आवश्यक तैयारियां प्रारंभ कर दी गई है। जिन कर्मचारियों की इस कार्य में ड्यूटी लगाई गई है उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। नीमच जिले में कुल तीन विधानसभा हैं। विधानसभा चुनाव की तरह ही प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में गिनती के लिए 14-14 टेबल लगाई जाएंगी। प्रत्येक टेबल पर करीब ३ कर्मचारी लगाए जाएंगे। पहला गणना पर्यवेक्षक, दूसरा गणना सुपरवाइजर और तीसरा माइक्रो आब्जर्वर।
8 विधानसभा हैं संसदीय क्षेत्र में
मंदसौर-नीमच संसदीय सीट में कुल 8 विधानसभा हैं। नीमच, मनासा, जावद, मंदसौर, मल्हारगढ़, गरोठ, सुवासरा और जावरा। नीमच जिले की तीनों विधासनसभा की गणना जिला मुख्यालय नीमच पर होगी। मंदसौर जिले की 4 विधानसभा की गणना जिला मुख्यालय मंदसौर पर होगी। जावरा की मतगणना वहीं होगी। मतगणना के बाद हर विधानसभा से 5-5 वीवीपैट की पर्ची निकालकर गिनती होगी। इसमें देखा जाएगा कि किस प्रत्याशी को कितने मत मिले। इसका मिलान इवीएम में मौजूद आंकड़ों से होगा। विधानसभा चुनाव 2018 में सिर्फ एक-एक वीवीपैट की पर्ची की गिनी गई थी। इसमें डेढ़ घंटे का समय लग गया था। अब प्रत्येक विधानसभा में इसकी संख्या पांच गुना होगी। इस वजह से 4 से 5 घंटे का अतिरिक्त समय लगेगा।
मंदसौर-नीमच संसदीय सीट में कुल 8 विधानसभा हैं। नीमच, मनासा, जावद, मंदसौर, मल्हारगढ़, गरोठ, सुवासरा और जावरा। नीमच जिले की तीनों विधासनसभा की गणना जिला मुख्यालय नीमच पर होगी। मंदसौर जिले की 4 विधानसभा की गणना जिला मुख्यालय मंदसौर पर होगी। जावरा की मतगणना वहीं होगी। मतगणना के बाद हर विधानसभा से 5-5 वीवीपैट की पर्ची निकालकर गिनती होगी। इसमें देखा जाएगा कि किस प्रत्याशी को कितने मत मिले। इसका मिलान इवीएम में मौजूद आंकड़ों से होगा। विधानसभा चुनाव 2018 में सिर्फ एक-एक वीवीपैट की पर्ची की गिनी गई थी। इसमें डेढ़ घंटे का समय लग गया था। अब प्रत्येक विधानसभा में इसकी संख्या पांच गुना होगी। इस वजह से 4 से 5 घंटे का अतिरिक्त समय लगेगा।