दबंगों से परेशान होकर किसान परिवार ने आत्महत्या कर ली थी। मरने से पहले पीडि़त किसान सुनील धानुक निवासी कुचड़ौद थाना जीरन ने नीमच कृषि उपज मंडी अध्यक्ष और उसके दो अन्य साथियों पर जमीन हड़पने और प्रताडि़त करने के आरोप चस्पा किए थे। प्रशासन को लिखित शिकायत करने के बाद भी आरोपियों पर वैधानिक कार्रवाई नहीं होने से पहले किसान की पत्नी संगीता ने अपने दो मासूम बच्चों के साथ ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली थी। बाद में 18 मई 2018 को सुनील ने भी अपने भाई के घर में फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली थी। इस पूरे घटनाक्रम में प्रशासन की लापरवाही भी उजागर हुई थी। किसान परिवार के आत्महत्या करने के बाद पुलिस को मुख्य आरोपी निरंजन राजू तिवारी और उसके एक साथी कारूलाल पाटीदार को पकडऩे में भी दो माह से अधिक का समय लग गया था। आश्चर्य की बात यह है कि पूछताछ में पुलिस ने मुख्य आरोपी और उसके साथ से कुछ विशेष नहीं उगलवा पाई। इधर घटना के बाद से पुलिस अब तक तीसरे आरोपी कैलाश पिता घनश्याम पाटीदार को अब तक पकडऩे में नाकाम नहीं है। विदित हो कि कैलाश वार्ड क्रमांक 3 से जिला पंचायत सदस्य भी रहे चुका है। कैलाश क्रेसर का काम करता है। इसी ने सुनील की जमीन पर राजू तिवारी और कारूलाल के साथ मिलकर क्रेसर डाला था। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कई जगह दबिश दी, लेकिन कहीं से सफलता हाथ नहीं लगी। अंत में आरोपी की गिरफ्तारी के लिए उसपर ढाई हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है। जानकार बताते हैं कि तीसरा आरोपी कैलाश जमानत के लिए काफी प्रयास भी कर रहा होगा तो उसे जमानत मुश्किल लग रही है। वहीं जब तक कैलाश नहीं पकड़ा जाता तब तक मंडी अध्यक्ष तिवारी और कारूलाल की जमानत होने में भी दिक्कत आ सकती हैै। किसान परिवार को आत्महत्या के लिए उसकाने के आरोपी नीमच कृषि उपज मंडी अध्यक्ष निरंजन राजू तिवारी और कारूलाल पाटीदार तो जेल पहुंच गए हैं, लेकिन तीसरा आरोपी अब भी फरार है। पुलिस ने उसपर ढाई हजार रुपए का इनाम घोषित किया है।
किसान द्वारा आत्मत्या मामले में नीमच कृषि उपज मंडी अध्यक्ष निरंजन राजू तिवासी और उसके साथी कारूलाल पाटीदार को तो गिरफ्तार कर लिया है। तीसरे आरोपी की तलाश में पुलिस टीम लगातार दबिश दे रही है। उसे भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। तीसरे आरोपी कैलाश पर ढाई हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है।
– तुषारकांत विद्यार्थी, पुलिस अधीक्षक