एसपी राकेश कुमार सगर ने बताया कि दिनांक 26 सितंबर 2019 को फरियादी भाजपा नेता श्याम काबरा पिता कन्हैया लाल काबरा निवासी स्टेशन रोड जवाहर मार्ग जावद द्वारा फरियादी व उसके लडके से 50 लाख रुपये की मांग करने व उक्त रुपये नही देने पर गोली मारने की धमकी देने शिकायत दी गई थी। उक्त शिकायत पर थाना जावद पर अज्ञात आरोपी के विरूद्व अपराध क्रमांक 413/2019 धारा 386, 506, 507 भादवि का दर्ज कर विवेचना में लिया गया था। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए एसडीओपी जावद के नेतृत्व में एसआईटी (विशेष अनुसंधान टीम) का गठन किया गया था। प्रकरण अत्यंत गंभीर प्रवृत्ति का होने से पुलिस अधीक्षक एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री राजीव कुमार मिश्रा द्वारा प्रकरण की लगातार मानीटरिंग की गई। प्रकरण में पूर्व में 06 आरोपियों को गिरफ्तार कर फिरौती के 08 लाख मय कार एवं मोटर साइकिल के जब्त किए गए। सभी गिरफ्तार आरोपियों से पुछताछ के दौरान उक्त घटनाक्रम को मुख्य आरोपी अर्जुन सिंह सारंगदेवोत के ईशारे पर करना स्वीकार किया गया। एसआईटी द्वारा मुख्य आरोपी अर्जुन सिंह सारंगदेवोत को गिरफ्तार कर लिया गया है। जिसने मंदसौर के व्यापारी मुरली जोशी द्वारा फिरौती की योजना करना बताया है। भाजपा नेता श्याम काबरा से 50 लाख की फिरौती मांग रखी गई थी, जिसमें अर्जुन को दस लाख देने का लालच मुरली जोशी ने किया था। लेकिन बाद में तय पाई आठ लाख पर हुई थी। इस दौरान सभी पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
मुरली है योजना का मास्टर माइंड
आरोपी अर्जुन का कहना है कि इससे पहले उस पर कोई केस दर्ज नहीं है, वह होटल में काम करता था। उसकी होटल में व्यवसायी का आना जाना उदयपुर होता था। इस कारण उसकी पहचान हो गई थी। उसने ही पूरी साजिश फिरौती की रची है। वहीं आरोपी मुरली जोशी की बहन की जावद में शादी हुई है। इसी कारण से वह भाजपा नेता और उसके पुत्र से परिचित था और उसने अच्छे पैसे वाले देखकर उनसे रुपए एेंठने की साजिश रच डाली। उदयपुर में रेव पार्टी के विजुअल भी बनने का मामला सामने आया है। लेकिन अभी पुलिस कई मामलों से अछूती है। आरोपी अर्जुन सिंह सारंगदेवोत की गिरफ्तारी पर एसपी सगर द्वारा 10 हजार रूपयें का ईनाम भी घोषित किया गया था। जिस पर अन्य कोई प्रकरण दर्ज नहीं है।
यह था पूरा मामला
दिनांक 26 सितबर 2019 को फरियादी श्याम काबरा पिता कन्हैया लाल काबरा उम्र 53 वर्ष निवासी स्टेशन रोड जवाहर मार्ग जावद की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि फरियादी व उसके लडकें से 50 लाख रुपये की मांग करने व उक्त रुपये नही देने पर गोली मारने की धमकी देने संबंधी दिया गया था। जिस पर बदमाशो द्वारा आठ लाख रुपये मे सौदा तय हुआ था। जिसकी फरियादी द्वारा पुलिस को पुरी बात बताकर के उक्त रुपये नीमच, निंबाहेडा बार्डर पर देना तय हुआ। जहा पर डिलेवरी लेने के लिये बदमाशो ने अपने साथियो को राजस्थान बार्डर पर भेजा। जहा पर पुलिस द्वारा 8 लाख रुपये का पार्सल लेने वाले बदमाशो के लिये जाल बिछा रखा था। बदमाशो की योजना अनुसार जैसे ही उनके बताये अनुसार वहा पर 8 लाख का पार्सल लेने के लिये 06 बदमाश जिनमे से चार बदमाश एक महिला सहित मारुति 800 से और दो बदमाश मोटर सायकिल से होकर के उनके द्वारा फरियादी से 8 लाख रुपये लिये वैसे ही घात लगाकर बैठे पुलिस पार्टी द्वारा सभी 06 बदमाशो को पकड लिया और उनसे उसके पास से 8 लाख रुपये बरामद कर पुछताछ में बदमाशो द्वारा अपना नाम (01) गोविन्द सिंह सारंगदेवोत पिता जगदीश सिंह उम्र 48 साल नि. पालाखेडी थाना बडी सादडी जिला चितौडगढ (राज.) हाल 424 युआईटीकालोनी पुरोहित की मादडी पानी की टंकी के पास उदयपुर हाल बोहरा गणेश जी मंदिर के पीछे गजानंद गली उदयपुर राज. (02) बबली उर्फ भगवत सिंह पिता गोविन्द सिंह राजपुत उम्र 18 साल नि पालाखेडी थाना बडी सादडी जिला चितौडगढ (राज.) हाल 424 युआईटीकालोनी पुरोहित की मादडी पानी की टंकी के पास उदयपुर हाल बोहरा गणेश जी मंदिर के पीछे गजानंद गली उदयपुर राज. (03) रानु ठाकुर पिता शंभुनाथ ठाकुर उम्र 19 साल नि मादडी रोड नम्बर 02 श्रीनाथ स्कुल के पास उदयपुर (04) नरेन्द्र सिंह पिता ठाकुर सिंह राजपुत उम्र 21 साल नि. दारुखेडा थाना बघाना (05) रामप्रताप सिंह पिता दशरथ सिंह उम्र 21 साल नि दारुखेडा थाना बघाना हाल इन्द्रानगर एल261 नीमच सीटी और महिला बदमाश (06) इँद्राकुवर पति गोविंद सिंह राजपूत उम्र 39 वर्ष नि गजानन कालोनी थाना प्रताप नगर जिला उदयपुर बताया गया एवं सभी पकडे गये आरोपियो से पुछताछ करने पर उनके द्वारा फरार आरोपी अर्जून सिंह पिता गोविंद सिहं राजपूत उम्र 20 वर्ष निवासी उदयपुर का प्रकरण में मास्टर माईड होकर उसी के द्वारा योजना बना करके प्रकरण मे धमकाना, सौदा तय करना और तय सौदा के 8 लाख रुपये सभी को लेने के लिये राजस्थान बार्डर पर भेजना बताया गया था। पुलिस ने मामले में फर्जी रुप से सीम देने वाले शुभम पिता सुरेश संघवी को भी एसआईटी द्वारा गिरफ्तार किया जाकर जेल भेजा जा चुका है।