script-फार्म जमा करने के बावजूद नहीं मिल रही अन्नदाता को पावती | neemach news | Patrika News
नीमच

-फार्म जमा करने के बावजूद नहीं मिल रही अन्नदाता को पावती

करोड़ों की सूची, कर्ज माह हो रहा खुल्ले में -6, 219 और 428 रुपए कर्ज माफी की लगी सूची

नीमचJan 22, 2019 / 06:59 pm

Mahendra Upadhyay

patrika

-फार्म जमा करने के बावजूद नहीं मिल रही अन्नदाता को पावती

नीमच/मनासा. कहने को तो सरकार ने किसान का २ लाख रुपए तक का कर्ज माफ किया है। लेकिन वास्तविकता में कई किसानों का कर्ज लाखों में नहीं बल्कि चंद रुपयों में हुआ है। ऐसे में अन्नदाता खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है। क्योंकि नाम हो रहा है लाखों की कर्ज माफी का, जबकि कर्ज माफ हो रहा है मात्र 428, 219 और ६ रुपए का। यह आश्चर्य तब नजर आया जब पत्रिका टीम ने मौके पर पहुंचकर पड़ताल की।
पत्रिका ने जब सोमवार को कर्ज माफी की सूची पर नजर डाली तो हालात आश्चर्य जनक नजर आए। कहने को तो सूची में सैंकड़ों किसानों के नाम थे। वहीं सरकार करोड़ों रुपए कर्ज माफी का दावा कर रही है। लेकिन वास्तविकता में कई किसानों का कर्ज मात्र चंद रुपए ही माफ हुआ है। ऐसे में वे किसान खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं जो ईमानदार थे और समय सेे उन्होंने अपना बकाया ऋण जमा कर दिया था।
फार्म जमा करने के बाद नहीं मिल रही पावती, तीन किलोमीटर भटक रहे फार्म भरने किसान
जिला मुख्यालय पर प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्था नीमच सिटी पर किसानों के कर्ज माफी की सूची लगी है। लेकिन वहां केवल अन्नदाता सूची में अपना नाम देखने पहुंच रहे हैं। उन्हें फार्म भरने के लिए तो करीब दो से ढ़ाई किलोमीटर भटकना पड़ रहा है। क्योंकि कर्ज माफी के फार्म नगरपालिका में जमा हो रहे हैं। लेकिन आश्चर्य की बात है कि वहां फार्म भरने के बाद भी अन्नदाताओं को पावती नहीं मिल रही है।
कर्ज माफी के फार्म में दलाल हुए सक्रिय
जैसे ही कर्ज माफी के फार्म भराने शुरू हुए है। इस काम में भी दलाल सक्रिय हो गए हैं। चूकि भोले भाले कई किसानों को आज भी फार्म भरना नहीं आता है। ऐेसे में बैंक, सोसायटी, नगर पालिका सहित उन सभी स्थानों पर दलाल सक्रिय हो गए हंै। जहां कर्ज माफी के फार्म भरे जा रहे हैं। दलालों द्वारा किसानों से ४० रुपए फार्म भरने के लिए जा रहे हैं। किसान भी यह सोंचता है कि कहीं कोई गलती न हो जाए, इस कारण वे भी दलालों के चुंगल में असानी से फंस जाते हैं। मनासा क्षेत्र में दलाल अधिक सक्रिय हो रहे हैं।
आधार लिंक कराने लगी अन्नदाताओं की कतार
कर्ज माफी के लिए तीन प्रकार के फार्म चल रहे हंै। ऐेसे में जिन किसानों को हरा फार्म मिल रहा है उन्हें तो किसी प्रकार की कोई दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ रहा है। लेकिन जिन्हें सफेद या अन्य फार्म मिल रहा है। उन्हें आधार लिंक करवाने के लिए बैंक के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। ऐसे में मनासा में बैंकों में अन्नदाताओं की कतार लग लगने लगी है।
मैंने अपने सहित परिवार और साथियों के साथ मिलकर करीब 4 फार्म जमा करवाए हैं। लेकिन हमें फार्म भरने के बाद एक की भी रसीद नहीं दी है। कह रहे हैं सीधे मोबाईल पर मैसेज आएगा, लेकिन अगर मेसेज नहीं आया तो हमारे पास क्या सबूत रहेगा कि हमने फार्म भरा है।
-जाहिर हुसैन मंंसूरी, किसान, नीमच,
इन किसानों के हुए चंद रुपए माफ
-बालकृष्ण दुलीचंद्र ग्वाला मनासा, 6 रुपए
-गीताबाई ओमप्रकाश ग्वाला, नीमच, 428 रुपए
-दिनेश मदनलाल ग्वाला, नीमच 219 रुपए
वर्जन.
हो सकता है किसानों के दो तीन बैंकों से लोन हो, इसलिए कम राशि आ रही होगी। इसके लिए संबंधित सोयायटी से किसान को सम्पर्क करना होगा।
-पीएल देवड़ा, एसडीएम मनासा
किसानों को फार्म जमा करने के बाद अगर रसीद नहीं दी जा रही है तो दिखवाते हैं। हमारा काम कार्रवाई कर किसानों को उनका हक दिलवाना है।
-क्षितिज शर्मा, एसडीएम नीमच
———————————–

Home / Neemuch / -फार्म जमा करने के बावजूद नहीं मिल रही अन्नदाता को पावती

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो