शहर के कई मुख्य बाजार में सफाई का आलम चरमराया है। इंद्रानगर, बघाना, बगला नंबर 60, मूलचंद मार्ग, दशहरा मैदान और कई आवासीय कॉलोनी में कचरा प्वाइंटस पर खुले में कचरा फेंका जा रहा है। जिससे कचरा हवा के साथ आसपास बिखर जाता है। उसको उठाने की समुचित व्यवस्था नहीं है। वहीं अगर बस्ती में देखेंगे तो गंदगी का आलम कुछ अलग ही है। नाले और नालियां खुली है। नाली चौक होकर मूलचंद मार्ग पर पानी सड़क पर आ रहा है।
डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन 2013 से हो रहा है, जिसे 2015 में वार्डों तक किया गया। शहर के स्लम एरिया समेत अंदरूनी क्षेत्रों को दोड़ दे तो बाकी में यह काम सर्वेक्षण खत्म होने के बाद भी पहले की तरह जारी है।
-स्वच्छता के लिए कुछ प्वाइंटस पर स्मार्ट डस्टबिन लगवाए थे। इनके भरने के बाद भी ढ़क्कन बंद नहीं हो रहे हैं।
– घर पर ही गीले कचरे से कपोस्ट बनाने के कंपोस्ट यूनिट बांटे गए, लेकिन बेकाम साबित हो रहे है। लोगा इन्हें डस्टबिन की तहर उपयोग कर रहें है।
सफाई रोजाना काम है और ये बखूबी चल रहा है। निगम का सफाई अमला इसके लिए काम पर लगा हुआ है। यदि कोई शिकायत पहुंच रही है तो हम उसे भी प्राथमिकता से दखवा रहें हैं।
– विश्वास शर्मा, स्वच्छता अधिकारी नीमच।