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शहीदों के नाम पर सोशल मीडिया पर वायरल फेक मैसेज

– अगर शहीदों की मदद कर रहे तो संभल जाए- सोशल मीडिया पर फर्जी साइटस सक्रि य

नीमचFeb 25, 2019 / 09:09 pm

Mahendra Upadhyay

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शहीदों के नाम पर सोशल मीडिया पर वायरल फेक मैसेज

नीमच। पुलवामा अटैक में जवानों की शहादत पर पूरे देश में जहां अक्रोश है। गमज़दा लोग शहीदों के परिवजनों की मदद के लिए लगातार आगे भी आ रहे हैं। ऐसे में देश के वीर जवानों की शहादत ने नाम पर कुछ लोग अपनी घटिया हरकतों को अंजाम दे रहे हैं। ये बेशर्म शहीदों के परिजनों की मदद के नाम पर अपने बैंक अकाउंट में लोगों से दान ले रहे हैं। कानून के दायरे में भले ही इन लोगों का यह कृत्य देशद्रोह की श्रेणी में आता हो या न आता हो। लेकिन यह देशद्रोह से कम नहीं है।
शहीदों के परिजनों की मदद करने को सब तैयार हैं। ऐसे में सोशल मीडिया पर शहीद परिजनों और सैनिकों की मदद के लिए एक मैसेज वायरल हो रहा है। वायरल मैसेज में आर्मी वेलफेयर के बैंक एकाउंट को हटाकर मेरठ के एक व्यक्ति ने अपना खाता नंबर और आइएफएससी कोड लगा दिया। यह फर्जी मैसेज पूरे देश में सोशल साइटों पर वायरल हो रहा है। हालांकि मामला सामने आने पर मेरठ के सिंडिकेट बैंक ने उक्त व्यक्ति का खाता ब्लॉक कर दिया है। फेसबुक, ट्वीटर, वाट्सएप आदि सोशल मीडिया में शहीदों के नाम पर फंड एकत्रित करने के लिए तमाम बैंक एकांउट नंबर वायरल हो रहे है, लेकिन इन मैसेजों के चक्कर में आने के बजाय इनसे संभलने की आवश्यकता है। सोशल मीडिया पर भारतीय सेना की आधुनिकता और जवानों को युद्ध में घायल होने या फि र शहीद होने पर उनके लिए एक बैंक एकाउंट खोलने का जिक्रहै। यह खाता नई दिल्ली सिंडिकेट बैंक का है। वायरल मैसेज में आर्मी के दिल्ली हेडक्वार्टर के खाते और आइएफएससी कोड को मेरठ के योगेश कुमार नाम के व्यक्ति ने बदल दिया था। योगेश कुमार के बैंक खाते वाला मैसेज पुलवामा की घटना के बाद तेजी से वायरल हो रहा है। इसकी सूचना मिलते ही सिंडिकेट बैंक के अधिकारियों के कान खड़े हो गए। बैंक ने तुरंत इस खाते को ब्लाक कर दिया है।

डोनेट करने से पहले करें पड़ताल
साइबर एक्सपर्ट यशदीप शर्मा ने बताया कि पुलवामा शहीद होने वाले सैनिकों के परिजनों को आर्थिक मदद दिए जाने के नाम पर ठगी गिरोह सक्रिय हो गए हैं। ऐसे लोगों द्वारा फर्जी एकाउंट भी बैंाके में खोले गए हैं। ऑनलाइन माध्यम से भी शहीदों के नाम से संस्था खोलकर उनके खातों में रुपए डाले जाने की अपील वाले मैसेज सोशल मीडिया में वायरल हो रहें हैं। अगर डोनेट करना है तो गर्वमेंट की ऑरिजनल साइट्स पर देखें, फिर डोनेट करें। सही वेबसाइट बैंक करने के लिए वेबसाइट के यूआरएल में सुरक्षित होने का निशान लॉक के रूप में सबसे आगे नजर आएगा। इसके अलावा स्पेलिंग भी चैक करें। अगर स्पेंलिंग गलत है तो समझ ले कि वेबसाइट फेक है। जैसे भारत के वीर की ऑरिजनल वेबसाइट की जैसे एक अन्य वेबसाइट है, लेकिन उसकी स्पेलिंग गलत है, ऐसे में इस बात का ख्याल रखे। सोच समझकर डोनेट करें, कही आपका दान व्यर्थ तो नहीं जा रहा है।
गर्वमेंट साइटस पर करें डोनेट
सोशल मीडिया पर कई तरह के फंड की अपील के मैसेज साइटस पर वायरल हो रहें हैं। इनमें कई फेक मैसेज चल रहें हैं। इनसे संभलने की जरूरत है। यदि आप शहीदों को डोनेट करना चाहते है तो पीएम रिलीफ फंड, सीएम रिलीफ फंड और सैनिक कल्याण में ही फंड डोनेट करें। जिससे धोखाधड़ी से बच सकते हैं।
– जितेंद्र सिंह पंवार, एएसपी नीमच।

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