स्टेशन रोड पर स्थित विजय टॉकीज चौराहे के निकट,
नीमच•Mar 09, 2019 / 08:34 pm•
Mahendra Upadhyay
पारसी बावडी के पुरातत्व स्मारक बनने एवं शहीद प्रतिमा स्थापना की ओर अग्रसर
नीमच। नीमच नगर के हृदय स्थल स्टेशन रोड पर स्थित विजय टॉकीज चौराहे के निकट, 150 वर्ष पुरानी, पारसी ठेकेदारों द्वारा पानी की उपलब्धि हेतु निर्मित पारसी बावडी के दिन फिरने वाले हैं। पिछले वर्ष डॉ. हरनारायण गुप्त, संयोजक-स्वच्छता विकास अभियान एवं संकल्प पर्यावरण मित्र संस्था के जगदीश शर्मा महामंत्री-किशोर बागडी ने पारसी बावडी की दुर्दशा देखकर इसे नया रूप देने का संकल्प लिया। यह कचडे से पटी थी, दिन में भी असामाजिक तत्वों का जमावडा रहता था। रात्रि को नशेडियों का रैन बसैरा हो जाता था। सज्जन लोग यहां प्रवेश से घबराते थे। आसपास के रहवासी इन लोगों से त्रस्त थे।
इन संस्थाओं के सदस्यों ने नगरपालिका नीमच के सहयोग से कई ट्रेक्टर ट्रॉली कचडा पुराने कपडे आदि एकत्रित कर उनका उचित निस्तारण कर इसे असामाजिक तत्वों से मुक्ति प्रदान की है। इसके उपरांत इस पार्क को स्थायी रूप से एक अच्छा बगीचा बनाने हेतु तय किया कि इसमें शहीदे आजम सरदार भगतसिंह, शहीद राजगुरू, शहीद सुखदेव की प्रतिमा स्थापित की जावे एवं पारसी बावडी जो कि 18 75 में पारसी समाज द्वारा बनाई गई थी, उसे ऐतिहासिक धरोहर का रूप दिलवाने हेतु पुरातत्व विभाग से निवेदन किया जावे। शहीदों की प्रतिमा की स्थापना का प्रस्ताव अध्यक्ष-नगरपालिका अध्यक्ष श्री राकेश जैन ने स्वीकार कर शर्त रखी कि आप तीनों प्रतिमायें बनवा दो, नगरपालिका स्थापित कर पार्क का काम करवा देगी। इन प्रतिमाओं का निर्माण प्रायोजकों को तय कर, तलवाडा बांसवाडा के मूर्तिकार श्री लक्ष्मीनारायण सोमपुरा ने मार्च 2019 माह के अंत तक देने का लिया है। मूर्ति का पेडस्टल बनाने हेतु विधायक श्री दिलीपसिंह परिहार ने अपनी निधि से एक लाख रूपये एवं जिलाधीश नीमच ने जनभागीदारी निधि से एक लाख रूपये प्रदान किये हैं। प्रतिमा पेडेस्टल का निर्माण शीघ्र प्रारंभ होने जा रहा है। एक नया फव्वारा बन चुका है। पुरातत्व विभाग भोपाल से पारसी बावडी को पुरातात्विक स्मारक बनाने का आग्रह फरवरी 2018 के बाद, इंदौर कार्यालय से पुरातत्वविद डॉ. देवीलाल पाण्डे डी.लिट. एवं इंजीनियर पुष्पेन्द्र रोकड ने पारसी बावडी का निरीक्षण एवं आंकलन 7 फरवरी 2019 को किया। वह इसके शहर के केन्द्र में होने एवं 150 वर्ष पुरानी होने से प्रभावित हुए वह अपना प्रतिवेदन भोपाल केन्द्रीय कार्यालय को सौंपेंगे, जहां से स्वीकृति मिलने के आसार हैं। इस प्रकार हमारी संस्थाओं की दो साल का परिश्रम शहर के मध्य में एक आकर्षक भगतसिंह, सुखदेव, राजगुरू स्मारक एवं पार्क एवं एक पुरातात्विक स्मारक देने जा रहा है। इसमें वार्ड पार्षद श्री रवि माहेश्वरी एवं संस्था सदस्यों एवं नगर पालिका नीमच का पूर्ण सहयोग मिला।