अब 16 फीट चौड़ी की जाएगी पूरी कॉलोनी की सड़कसड़क चौड़ीकरण किए बिना ही कर दिया ठेकेदार ने डारमीकरण
नीमच•Apr 07, 2019 / 12:02 pm•
Mahendra Upadhyay
50 लाख रुपए के सड़क निर्माण में फर्जीवाड़ा
नीमच. नगरपालिका अधिकारियों की सांठगांठ और ठेकेदार की लापरवाही से शहर में निर्माण कार्य हो रहे हैं। जहां फर्जीवाड़े का पता चल जाता है वहां कार्य रोक दिया जाता है अन्यथा मिलीभगत से खुलेआम लूट खसोट जारी है। जावहर नगर में ऐसे की निर्माण कार्य की सच्चाई सामने आई है। यहां ५० लाख रुपए की लागत से सड़कों को चौड़ीकरण का टेंडर स्वीकृत किया गया था। ठेकेदार ने मानमानी करते हुए बिना सड़क चौड़ी किए डामरीकरण कर दिया। इससे लाखों रुपए कीसड़क निर्माण कार्य का पेंच फंस गया है। वार्ड पार्षद की शिकायत के बाद कॉलोनी में सड़क निर्माण कार्य रोक दिया गया है।
१६ फीट चौड़ी की जाना थी सड़क
चौकाने वाली बात है कि जवाहर नगर में नपा परिषद ने जो टेंडर स्वीकृत किया है इसमें सड़क के दोनों और औसत १६ फीट चौड़ीकरण किया जाना है। वर्तमान में कॉलोनी में सड़क १० से ११ फीट चौड़ी है। दोनों साईड सड़क चौड़ी करने के लिए ठेकेदार को डब्ल्यूबीएम करना था, लेकिन इसका ध्यान नहीं रखा गया। एक दो सड़क का चौड़ीकरण नहीं होने तक किसी को समझ नहीं आया। लेकिन जहां सड़क वास्तव में चौड़ी होना चाहिए थी वहां भी बिना डब्ल्यूबीएम के डामरीकरण करने के बाद वार्ड पार्षद हरकत में आए। उन्होंने इस संबंध में जानकारी जुटाईजो पूरी सच्चाई परत दर परत सामने आ गई।
मिलीभगत से हो रहा सड़क निर्माण कार्य
जवाहर नगर में नगरपालिका परिषद द्वारा सड़क चौड़ीकरण का प्रस्ताव पारित किया गया था। कॉलोनी में करीब दो से ढाई किलोमीटर लम्बी सड़क के निर्माण का टेंडर स्वीकृत हुआ था। सड़क निर्माण कार्य की लागत ५० लाख रुपए है। ठेकेदार को इसकी जानकारी थी कि कॉलोनी में सड़क चौड़ीकरण किया जाना है। इसके लिए कॉलोनी में डामरीकरण प्रारंभ करने से पहले सड़क के दोनों ओर चौड़ीकरण करने के ेलिए डब्ल्यूबीएम करना था। आश्चर्य की बात है कि ठेकेदार ने सड़क चौड़ी नहीं की और डामरीकरण कर दिया। ऐसा एक नहीं दो-तीन सड़कों पर किया गया। इसकी जानकारी जब वार्ड पार्षद योगेश प्रजापति को लगी मिली तो उन्होंने आपत्ति दर्ज कराई। पहले किसी ने उनकी बात को नहीं सुना। इसके बाद नपाध्यक्ष राकेश पप्पू जैन और सीएमओ रियाजुद्दीन कुरैशी को शिकायत की गई। उन्होंने मामले की जानकारी ली तो शिकायत यही पाई गई। इसके बाद ठेकेदार द्वारा किए गए कार्य को रुकवा दिया गया।
डामरीकरण के बाद फंसा पेंच
शहर में जिनते भी कार्य चल रहे हैं अधिकांश में ठेकेदार मनमानी कर रहे हैं। निर्माण कार्यों की कोईमॉनिटरिंग नहीं हो रही है। हालात इतने बदतर हो गए हैं कि लाखों रुपए के कार्यों में अधिकारियों की लापरवाही के चलते ठेकदार चांदी काट रहे हैं। जवाहर नगर में भी ऐसा ही कुछ हुआ है। यहां जिन सड़कों को चौड़ा किया जाना था वहां सीधे डामरीकरण कर दिया गया। सच्चाई सामने आने पर अब उन सड़कों का पेंच फंस गया है जहां डामरीकरण हो चुका है। जानकार बताते हैं कि एक बार सड़क पर डामरीकरण कर दिया जाता है तो वहां डब्ल्यूबीएम करना उचित नहीं रहता। ठेकेदार की मनमानी से कॉलोनीवासी स्वयं को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। ठेकेदार की मनमानी से पर्दा उठने के बाद से जवाहर नगर में नपाध्यक्ष के आदेश के बाद काम बंद कर दिया गया है।
टेंडर अनुसार नहीं बनाई सड़क
जवाहर नगर में सड़क चौड़ीकरण के लिए नगरपालिका परिषद में जो प्रस्ताव पारित हुआ था और सड़क निर्माण के लिए टेंडर निकाला गया उसमें सड़क करीब ५ से ६ मीटर चौड़ी की जाना थी। ठेकेदार ने मनमानी करते हुए पूर्व में बनी सड़क पर भी डामरीकरण कर दिया। इसकी जानकारी मिलने पर मैंने नपाध्यक्ष और सीएमओ को शिकायत की थी। इसके बाद काम रोक दिया गया था। अब पेंच इस बात को लेकर फंसा है कि जो सड़क ठेकेदार द्वारा बनाई जा चुकी है उसका क्या होगा।
– योगेश प्रजापति, वार्ड पार्षद
हां, चौड़ी की जाएगी सड़क
जवाहर नगर में सड़क चौड़ीकरण कार्य किया जा रहा है। १६ फीट सड़क चौड़ी की जाएगी। वर्तमान में १० से ११ फीट चौड़ी सड़क बनी हुईहै। चौड़कीकरण के बाद सड़क २५ से २६ फीट चौड़ी हो जाएगी।
– अम्बालाल मेघवाल, नपा इंजीनियर
सड़क की जाएगी चौड़ी
जवाहर नगर में जहां सड़क चौड़ी हो सकती है वहां चौड़ी की जाएगी। यदि कॉलोनी में कार्य रूका हुआ है तो उसे जल्द शुरू किया जाएगा।
– राकेश पप्पू जैन, नपाध्यक्ष