साहब, मैंने रात को एक चोर पकड़ा, क्या कर रहा है मंडी प्रशासन
कलेक्टर पहुंचे अचानक कृषि उपज मंडी, किया औचक निरीक्षण
एसडीएम का वाहन जाम में फंसा, बाद में लहसुन मंडी में से निकले

नीमच. साहब, मैंने सोमवार रात को एक चोर का पकड़ा था। पुलिस के सुपुर्द किया था, जबकि यह काम मंडी प्रशासन का है। कड़ी मेहनत कर किसान उपज तैयार करता। दूरस्थ क्षेत्रों से कई किलोमीटर लम्बा सफर तय कर किसान उपज लेकर यहां आता है। उसकी उपज की सुरक्षा की जिम्मेदारी मंडी प्रशासन होना चाहिए।
चोरी की घटना रोकने किए जाएंगे सख्त इंतजाम
यह समस्या मंगलवार को कृषि उपज मंडी के औचक निरीक्षण पर आए कलेक्टर राजीव रंजन मीना को किसान ने बताई। किसान की बात को कलेक्टर ने गंभीरता से सुना और मंडी में उपज की चोरी पर लगाम कसने के निर्देश मंडी प्रशासन को दिए। मंडी सचिव के बैठक में अन्यत्र होने की वजह से मंडी निरीक्षक कलेक्टर के साथ मौजूद थे। हम्मालों ने कलेक्टर को मंडी परिसर में पानी की समस्या से अवगत कराया। इस पर कलेक्टर ने परिसर में बंद पड़े प्याऊ का निरीक्षण किया। किसानों और हम्मालों को साफ पेयजल उपलब्ध हो सके इसके लिए निर्देश दिए। कलेक्टर में मंडी परिसर में संचालित कैंटीन का भी अवलोकन किया। वहां सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए।
एसडीएम ने पहुंच थाली की कराई व्यवस्था
कलेक्टर के औचक निरीक्षण कर लौटने के कुछ देर बार एसडीएम एलएल शाक्य मंडी परिसर पहुंचे। बम्पर आवक के चलते मुख्य मार्ग पर लगी वाहनों की लम्बी कतार में एसडीएम का वाहन भी फंस गया। मंडी परिसर में पहुंचने के बाद एसडीएम ने सबसे पहले वहां संचालित कैंटीन का जायजा लिया। वहां कागज की प्लेट में भोजन परोसे जाने कलेक्टर ने स्टील की थाली में भोजन परोसने के निर्देश दिए थे। जब एसडीएम मंडी परिसर पहुंचे तो वहां थाली में भोजन परोसा जा रहा था। इसके साथ ही एसडीएम में कैंटीन में सफाई का विशेष ध्यान रखने की बात कही। जाम में फंसने से बचने के लिए लौटते समय एसडीएम लहसुन मंडी में से होकर बाहर निकले।
कलौजी ४००, इसबगोल २०० रुपए तेज
मंगलवार को कृषि उपज मंडी में लगभग सभी मौसमी जिंसों की अच्छी आवक रही। गेहूं की ३० हजार बोरी की आवक हुई। लहसुन २० हजार और सोयाबीन की ७ हजार बोरी की आवक रही। बम्पर आवक के चलते मंडी में अपनी उपज लेकर आए किसानों को एक दिन का इंतजार करना पड़ रहा है। रविवार को जितने किसान अपनी उपज लेकर आए थे उनमें से भी कई किसानों का मंगलवार को भी नीलामी का नंबर नहीं आ पाया था। इस संबंध में भी किसानों ने कलेक्टर से शिकायत की थी। तब कलेक्टर ने मंडी प्रशासन को रविवार को आए किसानों की उपज की नीलामी जल्द करने के निर्देश दिए थे। मंडी व्यापारी नवल मित्तल ने बताया कि हर साल इस सीजन में मंडी में बम्पर आवक होती ही है। किसानों को एक-दो दिन अपनी नीलामी का नंबर आने के लिए इंतजार करना ही पड़ता है। मंगलवार को भी करीब १० हजार बोरी उपज की नीलामी नहीं हो सकी है। मंडी व्यापारी शंकर बंसल ने बताया कि मंगलवार को मंडी में इसबगोल २०० रुपए, असालिया १५०, कलौंजी ४००, और लहसुन १०० रुपए तेज रही। सोयाबीन ५० रुपए और उड़द १०० रुपए नरम रहे।
पानी की समस्या का करेंगे निराकरण
कृषि उपज मंडी में पानी की समस्या सामने आई है। इसके निराकरण के लिए प्रयास किए जाएंगे। जहां तक लाल गुलाब गेंग का प्रश्न है इस बारे में जब भी शिकायत मिलती है कार्रवाई की जाती है। कैंटीन में खुली खाद्य सामग्री का वितरण किया जा रहा है। इस बारे में भी शिकायत मिली है उचित कार्रवाई की जाएगी। मंडी में बढ़ रही चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। किसानों की इस समस्या का उचित हल निकाला जाएगा। दौरे से पहले कैंटीन या अन्य लोगों को मंडी प्रशासन की ओर से सूचित करने की बात सामने आई है। इस बारे में आगे से ध्यान रखा जाएगा।
- राजीव रंजन मीना, कलेक्टर
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