निजी बैंकों के फर्जीवाड़े की दी शिकायत
– मामला सालवेक्स कंपनी के नौकर के नाम पर फर्म बनाकर धोखाधड़ी का- सेलरी डालने के लिए खोला एकाउंट और करोड़ो का किया ट्रांजेशन
नीमच। शहर के मेसर्स एमएस सालवेक्स कंपनी के नौकर के नाम से खलचूरी खरीद फर्म खोलकर उसकी आड़ में विदेशो में सोयाबीन डीओसी की सप्लाई करने का बड़ा काला बाजार उजागर होने जिले के अन्य कालाबाजारी व्यापारियों में हडकंप मंच गया है। फर्म के मालिक के बिना हस्ताक्षर के आईईसी कोड और कराड़ों की लेनदेन बैंकों द्वारा की गई। लेकिन कभी भी बैंक ने उससे एक बार भी पूछताछ या जानकारी नहीं ली। जिसकी शिकायत पीडि़त ने बैक के अधिकारियो से की है। निजी बैंकों की मिलीभगत के चलते कालाबाजारी फल फूल रहे है और प्रशासन का शिकंजा इन पर बिल्कुल नहीं है।
धोखाधड़ी का शिकार पीडि़त नौकर विकास नगर निवासी प्रकाश पिता बखतराय वर्धानी ने बताया कि वह वर्ष २०१३ से फर्म राधाकृष्ण एग्रो में नवीन अग्रवाल के पास काम करता था। वह मंडी में माल तुलवाने और मंडी से सोयाबीन खरीददारी का काम करता था। वर्ष २०१४ में मेसर्स एमएस सालवेक्स के प्रोपरायटर संजय चौपड़ा और मनीष चौपड़ा तथा डायरेक्टर्स नवीन अग्रवाल और अंकितअग्रवाल ने खल व कपास के लिए नई फर्म खोलने हेतु प्रार्थी को विश्वास में लिया व उसके नाम से मेसर्स प्रकाश इंटरप्राईजेस के नाम से नई फर्म खुलवाई थी। जिसकी सेलरी डालने की बात कहकर उसका एक्सिस बैंक में एकाउंट खुलवाया। उसके बाद कहा कि यहां पर पैमेंट में दिक्कत आती है। ऐसा कहकर आईडीबीआई बैंक में खाता खुलवा दिया। उसके एक माह बाद एचडीएफसी बैंक में खाता खुलवाया। जिसमें करोड़ों का लेनदेन किया है। जिसकी जानकारी बैंक ने कभी नहीं दी और अंत में हद तो तब हो गई कि विदेशों से भी उसके खाते में रुपए आए और आईईसी कोड के लिए तो उसने कभी एप्लाई ही नहीं किया था। यह सब बैंकों के फर्जीवाड़े के कारण हुआ है। दिनांक ७ मार्च २०१७ को आयुक्त वाणिज्यक भोपाल जांच अधिकारी प्रार्थी की फर्म सेल टैक्स आदि जांच हेतु आए तब पहली बार प्रार्थी को यह ज्ञात हुआ कि आरोपी मालिकों ने प्रार्थी के नाम से फर्म खुलवाकर टैक्स बचाने के लिए करोड़ों रुपयों का लेनदेन उसके नाम से कर लिया है। जिसकी करोड़ों की पेनल्टी बनती है और करोड़ों का कर चुकाना बाकी है। जिस पर प्रार्थी ने अधिकारियों को अपने दिए गए स्टेटमेंट में सारी सच्चाई से अवगत कराया, जिसकी जांच जारी है।
Home / Neemuch / निजी बैंकों के फर्जीवाड़े की दी शिकायत