script2017 में 22 लोगों को हुआ था डेंगू,36 मरीजों को हुआ था मलेरिया | neemach news | Patrika News
नीमच

2017 में 22 लोगों को हुआ था डेंगू,36 मरीजों को हुआ था मलेरिया

मलेरिया के 8 डेंगू के मात्र 1 मरीज आए सामने-पिछले सालों की तुलना में गिरा ग्राफ

नीमचSep 21, 2018 / 11:53 am

harinath dwivedi

patrika

2017 में 22 लोगों को हुआ था डेंगू,36 मरीजों को हुआ था मलेरिया


नीमच. लोगों में आई स्वच्छता के प्रति जागरूकता और विभाग द्वारा घर घर गांव गांव जाकर किए गए सर्वे के परिणाम इस बार बेहतर आए हैं। जहां पिछले साल अब तक दो दर्जन से अधिक मलेरिया और डेंगू के मरीज सामने आते थे, वहीं इस बार केवल 8 मलेरिया और 1 डेंगू का मरीज ही पाया गया है। जिससे यह साफ तौर पर कहा जा सकता है कि इस बार जिले में मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों पर काफी नियंत्रण हुआ है।
बतादें की इस बार जिले में जनवरी से लेकर 15 सितंबर 2018 तक मनासा में 16388 मरीजों की रक्त पट्टिका बनाई गई। जिसमें से 2मरीज मलेरिया पॉजीटिव पाए गए। वहीं पालसोड़ा में 15801 मरीजों की रक्त पट्टिका बनाई गई जिसमें 2 मरीज पॉजीटिव पाए गए। इसी प्रकार डीकेन में17360 मरीजों की रक्त पट्टिका बनाई गई। जिसमें से4 मरीजों में मलेरिया की पुष्टि हुई। वहीं नीमच में 7438 मरीजों की रक्त पट्टिकाएं बनाई गई। जिसमें एक भी मरीज मलेरिया का नहीं पाया गया। इस प्रकार जिले के सभी क्षेत्रों में करीब ५६ हजार 987 मरीजों की रक्त पट्टिका बनाकर जांच की गई। जिसमें से मात्र 8लोगों में ही मलेरिया पाया गया। जबकि वर्ष 2017 में जनवरी से लेकर 15 सितंबर 2017 तक जिले में 87289 रक्त पट्टिकाओं की जांच में ३६ मरीज में मलेरिया पॉजीटिव पाया गया था, वहीं वर्ष 2016 में जनवरी से लेकर 15 सितंबर2016 तक 89953 मरीजों की रक्त पट्टिकाओं की जांच में58 मरीजों में मलेरिया पाया गया था। इस मान से इस साल इसी समयावधि में मात्र 8 मरीज मलेरिया के पॉजीटिव पाए गए हैं। जिससे साफ पता चल रहा है कि जिले में मलेरिया पर काफी हद तक नियंत्रण हुआ है।
9दिन में 112 स्थानों पर किया टीम ने लार्वा नष्ट
मलेरिया विभाग के जमीनी अमले द्वारा ५ सितंबर से लेकर 13 सितंबर तक जिलेभर में गांव गांव और घर घर पहुंचकर लार्वा सर्वे किया गया। कुए, तालाब, पोखरों और जल जमाव वाले स्थानों पर खाद्य तेल डालने के साथ ही गंदगी वाले स्थानों पर स्प्रे किया गया। वहीं बीमार मरीजों के रक्त की जांच की गई। ताकि बीमारी फैलने से पहले ही नियंत्रित किया जा सके। चूकि मच्छर की उत्पत्ति पानी में होती है। इस कारण सर्वे बारिश के दौरान किया गया। जिसके तहत डीकेन क्षेत्र के8448 घरों में सर्वे करने पर 25635साधनों की जांच की गई। जिसमें से 28 स्थानों पर लार्वा पाया गया। वहीं पालसोड़ा क्षेत्र में 22500 घरों में 8474 संसाधनों की जांच करने पर 24 स्थानों पर लार्वा पाया गया। वहीं मनासा क्षेत्र में 2171 घरों में सर्वे करने पर 5224 संसाधनों की जांच करने पर 42 संसाधनों में लार्वा पाया गया। इसी प्रकार नीमच में 1895 घरों में करीब 5688 संसाधनों की जांच में करीब18 संसाधनों में लार्वा पाया गया। इस प्रकार कुल 33 हजार 111 घरों में सर्वे करने पर 112 स्थानों पर लार्वा पाया गया, जिसे तुरंत नष्ट करवाया गया। ताकि लार्वा बड़ा होकर मच्छर का रूप धारण नहीं करे।
पिछले साल22 को हुआ था डेेंगू, इस बार 1 मरीज आया चपेट में
गत वर्ष 2017 में जहां जिले में २२ मरीज डेंगू की चपेट में आए थे। जिसमें १ मरीज अन्य जिले का था, जबकि इस साल जनवरी से लेकर सितंबर तक मात्र १ मरीज ही डेंगू का पाया गया है। हालांकि अभी इस सीजन का एक डेढ़ माह और बाकी है। लेकिन आमजन स्वच्छता पर ध्यान रखेंगे, जल जमाव नहीं होने देंगे। मच्छरों के लार्वा को नष्ट कर देंगे तो निश्चित ही अब डेंगू की चपेट में कोई नहीं आएगा।
पिछले चार सालों में डेगूं के मरीजों पर एक नजर
वर्ष डीकेन पालसोड़ा मनासा नीमच कुल
2017 0202 06 11 22
2016 0002 2506 332

2005 010 4 0208
इस प्रकार जिले में वर्ष 2015में 08, 2016 में 33 और 2017 में 22 मरीजों में डेंगू पॉजीटिव पाया गया। इस मान से अभी तक वर्ष 2018 में मात्र एक डेंगू का मरीज पाया गया है। जो पदमसिंह पिता उदयसिंह ग्राम भंवरासा तहसील जीरन का है। इस बार जिले में 18 डेंगू के संभावित मरीजों की आईजीएम मशीन से जांच की गई। जिसमें से मात्र एक मरीज डेंगू का पॉजीटिव पाया गया है।
वर्जन.
टीम द्वारा जमीनी स्तर पर कार्य कर लार्वा सर्वे के साथ आमजन को जागरूक किया गया। संदिग्ध क्षेत्रों में लार्वा नष्ट करने के साथ ही लोगों में आई जागरूकता के कारण इस बार मलेरिया और डेंगू के मरीजों में काफी गिरावट आई है। आमजन इसी प्रकार जागरूक रहेंगे तो निश्चित ही आने वाले समय में भी मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियां दूर रहेंगी।
-एमएल पिछोलिया, जिला मलेरिया निरीक्षक
——————-

Home / Neemuch / 2017 में 22 लोगों को हुआ था डेंगू,36 मरीजों को हुआ था मलेरिया

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो