लोगों को अपने एक मत की ताकत पता होना चाहिए। लोगों को जिस दिन अपने मत की ताकत का सही भान हो जाएगा उस दिन 100 प्रतिशत मतदान होने लगेगा। जनता में जागरूकता का अभाव है। एक वोट से सरकार बन सकती है तो गिर भी सकती है। संसदीय क्षेत्र में रेलवे, उद्योग और स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य करने की आवश्यकता है। प्रत्याशी को दलगत राजनीति से उठकर देशहित में कार्य करना चाहिए।
– डा. राकेश वर्मा
बेरोजगारी दूर करने करें प्रयास
चुनाव अपने समय पर होते हैं। जनता अपने पसंददीदा नेता को चुनकर लोकसभा में भेजती भी है, लेकिन बेरोजगारी दूर करने के लिए बड़े स्तर पर सार्थक प्रयास नहीं होते हैं। जब तक जनता अपने मत का महत्व नहीं समझेगी तब तक इस प्रकार की समस्याएं मुंह बाहें खड़ी रहेगी। जनप्रतिनिधियों को सर्वहारा वर्ग को ध्यान में रखते हुए ऐसे प्रयास करने चाहिए जिससे बेरोजगारी दूर हो सके।
– घनश्याम सेठिया
मतदान के प्रति हो लोग जागरूक
मतदान के लिए लोगों का जागरूक होना आवश्यक है। नेताओं को सब कोसते हैं, लेकिन जब नेताओं के चुनाव का समय आता है अपने कीमत मत का उपयोग नहीं करते। इसका परिणाम यह होता है कि आगे के पांच साल केवल समस्याओं से जुझते हुए बीतते हैं। ऐसे में पत्रिका के इस अभियान से अधिक से अधिक लोग जुड़ें और मतदान के प्रति स्वयं भी जागरूक हों और दूसरों को भी जागरूक करें।
– एमएल वर्मा
मतदान अनिवार्य किया जाए
पत्रिका के इस अभियान के माध्यम से लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करने अच्छा कार्य किया जा रहा है। लेकिन अब मतदान का दिन आता है बड़ी संख्या में लोग अपने मत का उपयोग नहीं करते। मेरा सुझाव है कि 100 फीसदी मतदान हो इसके लिए मतदान अनिवार्य कर देना चाहिए। जो मतदाता अपने मत का उपयोग नहीं करे उसे शासन की योजनाओं से वंचित कर देना चाहिए। जब सुविधाएं छिनेंगी अपने आप लोग मतदान करने जाएंगे।
– रीतु नागदा
नहीं करें नोटा का उपयोग
हमारा यह कर्तव्य है अच्छा जनसेवक मिले। वो पक्षपात न करे। जो लोग नोटा का उपयोग करते हैं वे ऐसा न करें। उनके नोटा का उपयोग करने से यह प्रमाणित होता है कि वे मतदान का बहिष्कार कर रहे हैं। किसी न किसी को मत अवश्य दें। ईमानदार उम्मीदवार को चुनें। जितना विकास आसपास के संसदीय क्षेत्रों में हुआ है उसकी तुलना में मंदसौर जिला काफी पिछड़ा हुआ है।
– किशोर बागड़ी
खेल मैदानों का अस्तित्व संकट में
मध्यभारत से 1857 के गदर की शुरुआत नीमच से हुई थी। इस माने से इस क्षेत्र को उत्तरोत्तर विकास होना चाहिए, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। खेल के क्षेत्र में नीमच के खिलाडिय़ों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है। आज हालात यह बन गए हैं कि शहर के खेल मैदानों को नष्ट किया जा रहा है। मैदानों को सुरक्षित रखने की आवश्यकता है। जनप्रतिनिधियों को भी इस ओर गंभीरता से विचार करना चाहिए।
– अपूर्व शर्मा
वोट की ताकत का नहीं है अहसास
लोगों को अपने एक वोट की सही ताकत का अहसास नहीं है। लोगों को एक मत का महत्व समझाने के लिए ही पत्रिका ने अभियान की शुरुआत की है। अच्छे जनप्रतिनिधि के चयन में प्रत्येक मतदाता का योगदान रहता है। मतदान नहीं करके लोग देश की वास्तविक तरक्की में बाधक बनते हैं। सीआरपीएफ को ध्यान में रखते हुए नीमच हवाई पट्टी से नियमित हवाई सेवाएं शुरू की जाना चाहिए।
– प्रदीप वर्मा