ग्वालटोली रोड पर स्पेटा पेट्रोल पम्प के समीप ईंट भट्टों के ऊपर से जा रही 33 केवी की हाईटेंशन लाइन के तार अचानक टूट गए। जैसे ही तार टूटे लाइन ट्रिप हो गई। सूचना मिलते ही कार्यपालन यंत्री महेंद्र मेढ़े से लेकर अन्य अधिकारियों ने फाल्ट दुरस्त करने के लिए दौड़ लगा दी। कुछ ही देर में फाल्ट पकड़ में भी आ गया। समस्या यह थी कि ३३केवी की लाइन ईंट भट्टों के ऊपर से होकर जा रही थी। ऐसे में नाला, भट्टों और पेड़ों के बीच से होकर फाल्ट ठीक करने में काफी परेशानी हुई। फाल्ट जल्द ठीक हो इसके लिए अधीक्षण यंत्री एससी वर्मा तक मौके पर पहुंच गए थे।
कार्यपालन यंत्री महेंद्र मेढ़े ने बताया कि ३३केवी की लाइन के तार टूटे थे। इसकी जानकारी मिलते ही अधिकारी कर्मचारी तुरंत मौके पर पहुंच गए थे। करीब 15 से अधिक कर्मचारियों ने मशक्कत कर लाइन ठीक करने का काम किया। तार टूटने की वजह से किलेश्वर ग्रिड और बस स्टैंड ग्रिड की बिजली बंद हो गई थी। किलेश्वर ग्रिड से वैकल्पिक व्यवस्था कर 25 मिनट में ही बिजली सप्लाय शुरू कर दी थी। बस स्टैंड ग्रिड बिजली सप्लाय शुरू करने में करीब दो घंटे से अधिक का समय लग गया। तार टूटने की वजह से सुबह 9.25 से 11.30 बजे तक बस स्टैंड ग्रिड से बिजली सप्लाय बाधित रही। इस कारण इंदिरा नगर, शास्त्री नगर, नीमच सिटी, उदयविहार सहित अन्य कॉलोनियों में बिजली सप्लाय बाधित रही।
कांगे्रस के जिला प्रवक्ता भगत वर्मा ने बताया कि मैंने मुख्यमंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री हुकुमसिंह कराड़ा को एक शिकायत की थी। शिकायत में बिजली कम्पनी की ओर से जारी प्रेस नोट को आधार बनाया था। बिजली कम्पनी की ओर से जारी प्रेसनोट में जिले में मेंटेनेंस के नाम पर 75 दिनों में 750 घंटे बिजली कटौती की जानकारी सार्वजनिक की गई थी। शिकायत में यह भी कहा गया था कि जब जिले में मेंटेनेंस के नाम पर 750 घंटे तक की कटौती की बात स्वयं बिजली कम्पनी ने स्वीकारी थी इसके बाद भी बिजली कटौती क्यों हो रही है इस संबंध में उच्च स्तर पर जांच की जा रही है।
स्पेंटा पेट्रोल पम्प के पास मंगलवार सुबह 33 केवी की लाइन के तार टूट गए थे। बस स्टैंड ग्रिड पर करीब दो घंटे तक बिजली बंद रही। जहां तक पिछले दिनों में मेंटेनेंस के नाम पर बिजली बंद किए जाने का प्रश्न है तो इसके लिए उज्जैन से उच्चाधिकारियों से पूर्व में अनुमति ली जाती है। जिले के 9 नगरीय निकायों में पिछले दिनों ट्रॉसफार्मर लगाने सहित कई कार्य हुए हैं। इसके लिए ही एक निर्धारित समयावधि के लिए बिजली बंद की गई थी। इस संबंध में किसी प्रकार की जांच नहीं चल रही है।
– एससी वर्मा, अधीक्षण यंत्री मप्रपेक्षेविविकं नीमच