नीमच. पिछले साल जून के प्रथम सप्ताह में नीमच मंदसौर जिले से उठी चिंगारी ने रौद्र रूप ले लिया था। इससे सबक लेते हुए अभी से पूरी सतर्कता बरती जा रही है। जहां ३० मई को मुख्यमंत्री मंदसौर आ रहे हैं, वहीं एक जून से किसानों का प्रदेश व्यापी आंदोलन प्रारंभ हो रहा है। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि किसान आंदोलन, सीएम के दौरे एवं
राहुल गांधी की सभा को लेकर पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारी एक एक दिन अंगुलियों पर गिन रहे हैं।
शक्ति प्रदर्शन के रूप में हो रहे कार्यक्रम
चुनावी साल होने से राजनीतिक दल हर मोर्चे पर २१ साबित होने का प्रयास कर रहे हैं। ६ जून को पिपलियामंडी में राहुल गांधी की सभा को लेकर जहां प्रदेश कांग्रेस संगठन से पूरी ताकत झौंक दी है वहीं ३० मई को मंदसौर भाजपा ने भी मुख्यमंत्री की सभा के माध्यम से शक्तिप्रदर्शन करने की पूरी तैयारी कर ली है। सोमवार को जावद विधायक ने बैठक कर शासन की योजनाओं का लाभ ले चुके लोगों से अधिक से अधिक संख्या में सीएम के कार्यक्रम में उपस्थित होने को कहा है। नीमच विधायक भी विकास यात्रा के माध्यम से गांव गांव जनसम्पर्क कर लोगों को मंदसौर पहुंचने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। पिछले साल जून में हुआ किसान आंदोलन इस साल राजनीति का अखाड़ा बन गया है। कांग्रेस इसकी आड़ में किसानों को साधने का प्रयास कर रही है तो भाजपा कार्यक्रम आयोजित कर किसानों को अधिक से अधिक लाभ लेकर अपने पक्ष में करने के लिए प्रयासरत है। कांग्रेस भी अधिक से अधिक संख्या में कार्यकर्ताओं और जनता को सभा में लाने का भरसक प्रयास कर रही है। कांगे्रस की ओर से सगूफा छोड़ा गया है कि जो अपने विधानसभा क्षेत्र से सबसे अधिक लोगों को सभा स्थल पर लाएगा उसे ही टिकट दिया जाएगा।
किसान भर रहे हैं हुंकार
एक से १० जून तक किसानों ने गांव बंद महोत्सव आयोजित करने का निर्णय लिया है। इसके लिए अधिक से अधिक किसानों को आंदोलन से जोडऩे के लिए विभिन्न किसान संगठन गांवों में सतत सम्पर्क कर रहे हैं। किसानों को कहा जा रहा है कि वे दिन दस दिनों न शहर में कुछ बेचने जाएं और न ही कुछ खरीदने। इन दसों तक दूध-सब्जी सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं की शहर में बिक्री पूरी तरह रोक रहेगी। इस आंदोलन का समर्थन करने के लिए संगठनों की ओर किसानों पर दबाव तो नहीं बनाया जा रहा है, लेकिन पिछले साल किसानों पर हुई गोलाकांड की जानकारी लेकर समर्थन अवश्य मांगा जा रहा है। दबी जुबान में किसान यह तो कह रहे हैं कि हम सब्जी-दूध की सप्लाय रोकेंगे नहीं, लेकिन किसी ने हमला कर दिया तो इसकी जवाबदारी कौन लेगा। बस यहीं आकर पेंच फंस रहा है। पुलिस के आला अधिकारियों ने किसानों को आश्वस्त किया है कि वे डरें नहीं। सब्जी दूध बेचने में उन्हें पूरा पुलिस संरक्षण दिया जाएगा। किसी के बहकावे में नहीं आए।
सीएम की सभा में अधिक संख्या में पहुंचे
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान 30 मई को मंदसौर में असंगठित श्रमिक सम्मेलन एवं तेंदुपत्ता संग्रहण सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इसमें मंदसौर के साथ ही नीमच जिले के हितग्राही भी भाग लेंगे। तैयारियों के संबंध में सोमवार के बावल रोड स्थित सामुदायिक भवन में सरपंच, सचिव, नगर परिषद अध्यक्ष-सीएमओ सहित विभागीय कर्मचारियों की बैठक हुई। बैठक को विधायक ओमप्रकाश सखलेचा ने संबोधित किया। विधायक ने कहा कि जावद विधानसभा प्रदेश की पहली विधानसभा होगी जहां सबसे अधिक श्रमिक कार्ड बने हैं। जावद विधानसभा में करीब 22-23 हजार श्रमिक कार्ड बने होंगे। जावद में करीब 99 हजार 849 लोगों का श्रमिक सेवा पोर्टल पर पंजीयन हुआ। इसमें करीब 58 हजार 120 का सत्यापन हो चुका है। मंदसौर में मुख्यमंत्री असंगठित श्रमिक सम्मेलन एवं तेंदुपत्ता संग्रहण सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इसमें सभी अधिक से अधिक हिताग्रही पहुंचे। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ कमलेश भार्गव, एसडीएम गरीमा रावत, जनपद सीईओ अर्पित गुप्ता, नयागावं नप अध्यक्ष चंद्रकला सुरेश धाकड़, अठाना नप अध्यक्ष राकेश बैरागी, तहसीलदार बीएल डाबी, सिंगोली तहसीलदार राजेश पाटीदार मंचासीन थे।
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