भारतीय संस्कृति विश्व की सबसे प्राचीन संस्कृति यह बात राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विभाग प्रचारक योगेश शर्मा ने कही। वे विश्व हिन्दू परिषद बजरंग दल द्वारा शौर्य दिवस के उपलक्ष्य में रविवार दोपहर को गांधी वाटिका स्थित अनंत मंगल बालाजी परिसर में आयोजित धर्मसभा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति विश्व की सबसे प्राचीन संस्कृति है इसे मिटाने के लिए मुगल, सिकंदर जैसे कई योद्धा भारत आए, स्वयं मिट गए लेकिन भारतीय संस्कृति धर्म संस्कृति है इसलिए इसे अग्रेंज भी नहीं मिटा पाए। भारत की सेना संसार की सबसे अजय सेना है। 1971 में पाकिस्तान सेना के 97 हजार 300 सैनिकों ने भारतीय सैनिकों के सामने हथियार डाल दिए थे। जो विजय दिवस शौर्य का दिन है। हमारी संस्कृति की रक्षा करने के लिए गुरुगोविन्दसिंह ने चार पुत्रों का बलिदान दिया, लेकिन धर्म को झुकने नहीं दिया। राम देश की आस्था और राष्ट्र के स्वाभिमान का विषय है। राम जन्म भूमि पर मंदिर बनने के लिए 78 युद्ध हुए। इलाहाबाद का नाम प्रयोगराज विक्टोरिया टर्मिनल रेलवे स्टेशन का नाम शिवाजी टर्मिनल, बॉम्बे का नाम मुम्बई, फैजाबाद का अयोध्या नाम बदला जा सकता है तो अयोध्या में राममंदिर क्यों नहीं बन सकता। सरदार वल्लभ भाई पटेल ने सोमनाथ मंदिर का पुर्णोद्धार प्राण प्रतिष्ठा के साथ करवाया था। इसमें देश के प्रथम राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद भी सहभागी बने थे। इस अवसर पर भजन गायक कलाकार विनोद राठौर एवं राम भक्तों ने धार्मिक अनुष्ठान के अंतर्गत अयोध्या करती है आव्हान आज से कर मंदिर निर्माण जय-जय श्रीराम… रामलल्ला हम आएंगे मंदिर वही बनाएंगे। राम के काम काहे का विश्राम आदि भजन प्रस्तुत किए तो रामभक्त जोश में आ गए। मोहन राठौर ने जागो तो हिन्दू एक बार जागो गुरु गोविन्द प्यारे जागे थे प्रताप शिवाजी… कैलाश मालवीय ने अगर देश के काम न आए तो जीवन बेकार भारतमाता की जय बजरंग दल के चीते है अपने दम पर जीते है आदि रचनायें एवं गीत प्रस्तुत किया। इस अवसर पर सामूहिक जाप मंत्रोच्चार के साथ किया। मंच पर त्यागी धर्मदासजी महाराज, मंशापूर्ण बालाजी के संत धर्मागीरि, संत रामधीर, मंदसौर विभाग मंत्री भगवानदास ज्ञानानी, बजरंग दल विभाग संयोजक प्रेम कुषवाहा, ललित, मनीश सुराना, विहिप नगर अध्यक्ष दिनेश शर्मा, गोपाल सोनी उपस्थित थे। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के जिला सहकार्यवाह प्रहलाद राय गर्ग दड़ोलीवाला, जिला कार्यवाह चन्द्रशेखर योगी, नपाध्यक्ष राकेश पप्पू जैन, किरण शर्मा, योग गुरु पंडित श्रीराम शर्मा, बालकृष्ण शर्मा आदि सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित थे। संचालन नगर मंत्री पंडित रामअवतार शर्मा ने किया।
नगर के प्रमुख मार्गों से होकर निकली शौर्य यात्रा
धर्मसभा पश्चात हिन्दू शौर्य यात्रा को दोपहर 12 बजे अनंत मंगल बालाजी मंदिर, गांधी वाटिका से प्रारंभ हुई। शौर्य यात्रा नगर के प्रमुख मार्गों विजय टाकीज चौराहा, कमल चौक, फव्वारा चौक, नया बाजार, घंटाघर, पुस्तक बाजार, विद्युत शिकायत केंद्र फोरजीरो चौराहा होकर पुन: अनंत मंगल बालाजी मंदिर पहुंची। इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद् के नगर अध्यक्ष दिनेश शर्मा, पंडित रामअवतार शर्मा, कैलाश मालवीय (नाना), गोपाल सैनी, डा. कमलेश राठौर आदि सहित बड़ी संख्या में विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता उपस्थित थे।