जिला स्तर पर ऐसे शुरू की थी योजना
राज्य में योजना को प्रयोगिक तौर पर शुरू किया गया था। इसके तहत जिले में उपभोक्ता को किसी भी राशन की दुकान से सामग्री लेने की सुविधा दी गई थी। उपभोक्ता को राशनकार्ड के साथ आधार कार्ड को रजिस्टर करवाना था। आधार कार्ड न होने पर पॉस मशीन पर फिंगर पिं्रट से तथा स्वीकार नहीं किए जाने की स्थिति में पंजीकृत मोबाइल पर ओटीपी मंगवाकर अपनी पहचान सुनिश्चित करानी पड़ती थी। इसके अलावा प्राधिकृत अधिकारी के कार्यालय में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना का प्रमाण पत्र एक बार प्रस्तुत कर बॉयपास सिस्टम द्वारा भी राशन सामग्री प्राप्त करने की सुविध दी गई थी। राशन डीलर पास आइरिस मशीन उपलब्ध होने पर आंखों की पुतलियों द्वारा वेरीफिकेशन करवाकर भी राशन लने की व्यवस्था की गई थी। इसके बाद इसी तर्ज पर राज्य में लागू किया गया।
राज्यभर में तैयारी शुरू
राज्यभर के रसद अधिकारियों की बैठक आयोजित हुई है। इसमें राशनकार्ड से राज्य में कही भी रसद सामग्री उपलब्ध करवाने की तर्ज पर देशभर में एक ही राशनकाड्र से कही भी रसद सामग्री लेने को लेकर तैयारियां शुरू की गई है। इसके तहत सभी जिलो के अधिकारियों व उनके प्रतिनिधियों को देशभर में राशनकाड्र से सामग्री उपलब्ध करवाने का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
करोड़ो को मिलेगा लाभ
देशभर में योजना का लाभ करीब 20 करौड से अधिक राशनकार्डधारी परिवारों को मिलेगा। वही राज्य में करीब दो करोड राशनकार्डधारी परिवारों को लाभ मिलेगा। वहीं नीमच जिले में करीब दो लाख राशनकार्डधारी है।
अभी आदेश नही हैं
देशभर में राशनकार्ड से सामग्री मिलने को लेकर नियम पर कवायाद चल रही है। लेकिन मध्यप्रदेश में अभी खंडवा में पायलेट योजना के तहत ४० दुकान पर शुरू किया गया है। इसके बाद पूरे राज्य में लागू होगी।
आरसी जांगड़े, डीएसओ नीमच।