scriptअब सरपट दौड़ते स्कूल वाहनों की जांच करने मैदान में दौड़ेगा यह अमला | School bus news | Patrika News
नीमच

अब सरपट दौड़ते स्कूल वाहनों की जांच करने मैदान में दौड़ेगा यह अमला

अब सरपट दौड़ते स्कूल वाहनों की जांच करने मैदान में दौड़ेगा यह अमला

नीमचJun 21, 2019 / 01:58 pm

Subodh Tripathi

नीमच. स्कू ल वाहन कितने फिट और सुरक्षित है इसकी जांच करने के लिए परिवहन विभाग शिक्षण सत्र प्रारंभ होते ही मैदान में दौडऩे लगेगा। इस दौरान विद्यालय से लेकर रास्ते में कहीं भी स्कू ल वाहनों की जांच की जाएगी। सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन अनुसार स्कू ल वाहनों में किसी भी प्रकार की कमी पाई जाने पर न सिर्फ कार्रवाई होगी, बल्कि अनफिट वाहनों को तुरंत बंद किया जाएगा। ताकि घर से स्कू ल और स्कू ल से घर आवाजाही करने वाले बच्चों को सुरक्षित सफर मिले।

जिले में मात्र 149 स्कू ल वाहन है पंजीकृत
जिले में स्कू ल के नाम पर चलने वाली बस, मिनी बस और मैजिक मिलाकर कुल 149 वाहन पंजीकृत हैं। लेकिन जिले में कुछ वाहन एेसे भी चल रहे हैं। जिन्होंने स्कू ल वाहन के रूप में आज तक पंजीयन नहीं कराया है। एेसे अपंजीकृत वाहन नियम ताक में रखकर वाहन दौड़ते हैं। इस कारण शिक्षण सत्र 2019-20 प्रारंभ होते ही परिवहन विभाग द्वारा स्कू ल वाहनों की जांच की जाएगी। ताकि एेसे वाहनों को बंद किया जा सके, जो वाहन बिना पंजीयन या फिटनेस के बच्चों को ला ले जा रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन अनुसार होगी जांच
स्कू ल वाहनों की जांच सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन अनुसार की जाएगी,ताकि किसी भी प्रकार की कमी पाए जाने पर तुरंत सुधार करवाया जाए। इसके लिए हर उस वाहन को जांचा जाएगा, जो विद्यालय आवाजाही करता है।

इन नियमों का कराया जाएगा पालन
-स्कू ल वाहनों में फस्र्ट एड की सुविधा।
-प्रत्येक वाहन में फायर नियंत्रण यंत्र हो।
-स्कू ल बस पर निर्धारित कलर हो साथ ही उस पर आगे व पीछे स्कू ल बस लिखा हो।
-सीट क्षमता के अनुसार ही बच्चों की बैठाया जाए।
– बसों पर स्कू ल का नाम और मोबाइल नंबर लिखा हो।
– प्रत्येक बस चालक को कम से कम 5 साल का वाहन चलाने का अनुभव हो।
– बसों में बैग रखने के लिए भी पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए।
-बच्चों पर नजर रखने के लिए शिक्षक भी मौजूद हो।
-बसों के दरवाजे खिड़कियां, आदि दुरूस्त होने चाहिए आदि।
ओवरलोड ऑटो पर होगी कार्रवाई
वैसे तो जिले में एक भी ऑटो रिक्शा संचालकों द्वारा स्कू ल के नाम पर पंजीयन नहीं करा रखा है। लेकिन वे प्रतिबंधित भी नहीं है। इस कारण वे बच्चों को स्कू ल छोडऩे लाने का काम कर सकते हैं। लेकिन वे छोटे ऑटो में ५ बच्चे से अधिक नहीं बिठा सकते हैं। अगर 5 बच्चे से अधिक बच्चों को बिठाते कोई ऑटो चालक नजर आएगा तो तुरंत कार्रवाई होगी।

इसी के साथ वैन पर भी इसी प्रकार से कार्रवाई होगी, क्योंकि कुछ वैन चालक पंजीयन कराते ही नहीं है ओर धड्ल्ले से बच्चों को स्कू ल आवाजाही कराते हैं। एेसे हालात वहां अधिक नजर आते हैं जहां गांवों से बच्चे शहर या नगर में स्कू ल पढऩे आते हैं।

शिक्षण सत्र प्रारंभ होने के साथ ही स्कू ल वाहनों की जांच की जाएगी। वाहनों की जांच सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन अनुसार की जाएगी, जिसमें कोई कमी पाए जाने पर नियमानुसार कार्रवाई करेंगे। जिले में करीब १५० वाहन स्कू ल के नाम से पंजीकृत हैं। ऑटो में भी निर्धारित क्षमता ५ से अधिक बच्चे नहीं बैठए जा सकते हैं।
-विक्रम सिंह राठौड़, आरटीओ

Home / Neemuch / अब सरपट दौड़ते स्कूल वाहनों की जांच करने मैदान में दौड़ेगा यह अमला

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो