केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा में लगे सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार शनिवार दोपहर करीब डेढ़ बजे पहलगाम रोड पर मटन क्षेत्र में सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों पर आतंकवादियों ने हमला किया था। समीप के खेत से जवानों पर गोलियां चलाई गई थी। जिस दौरान आतंकियों ने हमला किया उस समय वहां से अमरनाथ तीर्थयात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं के वाहन भी गुजर रहे थे। अचानक हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के दो जवान घायल हो गए। उन्हें तुरंत स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। हमले के बाद सीआरपीएफ और जेके पुलिस ने तीर्थयात्रियों के वाहनों को घेर लिया था। इस कारण यात्रियों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ।
सीआरपीएफ के सूत्रों ने बताया कि अचानक हुए हमले के बाद सीआरपीएफ और सिविल पुलिस ने भी जवाबी हमला किया था। इसके बाद मौका पाकर आतंकी वहां से फरार हो गए। इस दौरान नीमच जिले की जीरन तहसील के ग्राम ग्वाल से अमरनाथ यात्रा पर गए चम्पालाल गुर्जर भी अपने परिचितों के साथ वहां बस में मौजूद थे। गुर्जर ने जानकारी में बताया कि हमारी बस खराब हो गई थी। इस कारण हम एक जगह पर ही रुके हुए थे। इस बीच जैसे ही वहां से एक वाहन आगे बढ़ा आतंकवादियों द्वारा चलाई गई गोली कांच को चीरते हुए निकल गई। इससे सब यात्री दहशत में गए। महिलाओं ने चीखना-चिल्लाना शुरू कर दिया। इसके बाद पीछे से आ रहे एक अन्य वाहन पर भी गोली लगी। कुल ६ फायर हुए थे। इतन में जवानों ने हमारी बस को घेर लिया था। किसी भी यात्री को बस से नीचे नहीं उतरने की हिदायत दी गई। साथ ही कहा गया कि सीटों के बीच में और नीचे छुप जाएं। नीमच जिले से चम्पालाल गुर्जर और चितौडग़ढ़ राजस्थान जिले के ग्राम खेरमालिया से 28 अन्य तीर्थयात्री 15 जुलाई को चित्तौडग़ढ़ से वाहन कर अमरनाथ यात्रा के लिए रवाना हुए थे।