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नीमच

विलुप्त होती पत्र लिखने की कला को जिंदा रखने दिए जाएंगे 50 हजार

– इंटरनेट और मोबाईल के चलते विलुप्त हो गया पत्र लिखने का हुनर – मेरे देश के नाम लिखना होगा ५०० से लेकर १ हजार शब्दों का खत

नीमचJul 03, 2018 / 01:52 pm

harinath dwivedi

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नीमच. एक समय था जब पत्र के माध्यम से ही दूर दराज में बैठे रिश्तेदारों, परिजनों या अपनों से सम्पर्क रखा जा सकता था। ऐसे में जब भी किसी का कहीं से पत्र आता था, तो लोगों को काफी खुशी और पत्र के प्रति काफी उत्सुकता रहती थी। लेकिन आधुनिकता की दौड़ में इंटरनेट और सोश्यल मीडिया के बढ़ते उपयोग के कारण पत्र लिखने की कला विलुप्त सी होती जा रही है। यूं तो हर कोई एक दूसरे से दिन में कई बार मेसेज आदि के माध्यम से व्यवहार रखते हैं। लेकिन पत्र व्यवहार आज के समय में काफी कम हो गया है या नाम मात्र का रह गया है। इस कारण पत्र लेखन विद्या के प्रति आकर्षित करने के उद्देश्य से भारतीय डाक विभाग द्वारा ढाई आखर पत्र लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। ताकि युवा पीढ़ी भी पत्र लेखन के महत्व और कला को सीखें, और पत्र लेखन की कला हमेशा जिंदा रहे।
भारतीय डाक विभाग द्वारा अखिल भारतीय पत्र लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। ढाई आखर पत्र लेखन अभियान के तहत मेरे देश के नाम खत विषय पर पत्र लिखा जाएगा। इस पत्र को मुख्य पोस्टमास्टर जनरल परिमंडल कार्यालय भोपाल ४६२०१२ पर साधरण डाक के माध्यम से भेजा जा सकेगा। प्रतियोगिता सभी उम्र वर्ग के लिए रखी गई है। जिसमें १८ वर्ष तथा १८ वर्ष से अधिक की दो श्रेणियां रखी गई है। पत्र में प्रतिभागी को उम्र के संबंध में स्वहस्ताक्षरित प्रमाण पत्र देना होगा, कि १ जनवरी २०१८ को वह १८ वर्ष से कम, अधिक का है।
३० सितंबर तक हिंदी, अंग्रेजी और क्षेत्रीय भाषा में लिख सकते हैं पत्र
प्रतियोगिता के तहत मेरे देश के नाम खत विषय पर अंतरदेशयी पत्र में ५०० शब्दों में एवं लिफाफे में १ हजार शब्दों में लिखे जा सकेंगे। यह पत्र अंग्रेजी, हिंदी और क्षेत्रीय भाषा में लिखा जा सकता है। इस प्रतियोगिता में मध्यप्रदेश परिमंडल से प्रत्येक श्रेणियों के सर्वश्रेष्ठ प्रथम पत्र को २५ हजार, द्वितीय पत्र को १० हजार व तृतीय पत्र को ५ हजार रुपए से पुरस्कृत किया जाएगा साथ ही चयनित पत्रों को अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए महानिदेशक नई दिल्ली भेजा जाएगा। महानिदेशक नई दिल्ली द्वारा अखिल भारतीय स्तर पर प्रत्येक श्रेणी में चयनित सर्वश्रेष्ठ प्रथम पत्र को ५० हजार रुपए, द्वितीय पत्र को २५ हजार रुपए, तृतीय पत्र को १० हजार रुपए से सम्मानित किया जाएगा। पत्र लेटर बॉक्स में ३० सितंबर २०१८ तक पोस्ट किए जा सकेंगे। इसके साथ ही पत्र को स्केन कर माएजीओवी पोर्टल पर भी ३० सिंतबर तक भेजा जा सकता है। लेकिन डाक द्वारा भेजी जाने वाले पत्र की मूल प्रति पर ३० सिंतबर तक की डाक मुहर लगी होना आवश्यक है। इसके बाद पोस्ट किए गए पत्रों पर विचार नहीं किया जाएगा।
वर्जन.
भारतीय डाक विभाग द्वारा अखिल भारतीय ढाई आखर पत्र लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें मेरे देश के नाम खत विषय पर पत्र लिखकर प्रतिभागी को स्वयं पोस्ट करना है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों, युवाओं, विद्यार्थियों को पत्र लेखन के प्रति आकर्षित करना है।
-बीएल कोयल, पोस्टमास्टर नीमच
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