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नीमच

मनासा के स्थानीय लोग बोले महंगाई को जीएसटी ने तोड़ दी कारोबारियों की कमर

मनासा के स्थानीय लोग बोले महंगाई को जीएसटी ने तोड़ दी कारोबारियों की कमर

नीमचNov 22, 2018 / 12:32 pm

Virendra Rathod

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मनासा के स्थानीय लोग बोले महंगाई को जीएसटी ने तोड़ दी कारोबारियों की कमर

नीमच। विधानसभा चुनाव में इन दिनों मनासा सीट को लेकर स्थानीय आमजन में काफी चर्चा है। वह चयन में जुटे है, आखिर वोट किसे और कयो डाले। इस चुनाव के दौरान जो उनके मन में चल रहा है, वह पत्रिका ने एक बार निकलने का प्रयास किया है। आमजन का मानना है कि कांग्रेस प्रत्याशी उमराव सिंह बाहर का है, लेकिन किसान पुत्र है। जबकि भाजपा प्रत्याशी अनिरूद्ध माधव पार्टी का पूर्व का बागी और साहुकार है। जिसके चलते पूर्व वरिष्ठ नेताओं में भी असंतोष है। किसान सरकार से नाराज है, किसानों को मिलने वाला अनुदान नहीं मिल पा रहा है। बैंकों के चक्कर काटने पड़ रहें हैं। महंगाई और जीएसटी ने तो व्यापारी वर्ग की कमर तोड़कर रख दी है। हर माह एक से पांच तारीख को लेखाजोखा लेकर सेल्टैक्स विभाग जाना होता है। भाजपा में पूर्व बागी को टिकट देने से स्थानीय नेताओं में आक्रोश है और पारम्पारिक वोट खिसक सकते हैं। पत्रिका की राह चलते जानी आमजन के मन की बात…..

 

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पानी की टंकी बनी, लेकिन नलो में पानी नहीं
मनासा से सात किलोमीटर दूर दुरखपुरा गांव निवासी कमलेश वर्मा ने बताया कि उनके गांव मं पानी की टंकी बनकर तैयार है, लेकिन तीन साल से अधिक हो गए है, आज तक नलो में पानी नहीं आया है। भाजपा विधायक कैलाश चावला ने एक बार भी गांव में आकर नहीं देखा है। अब भाजपा के समर्थन में हाथ जोड़कर वोट मांगने आ रहे है। इतना ही नहीं पत्नी को प्रसव के बाद मिलने वाली अनुदान की राशि भी आज तक नहीं मिली है। बेटा एक साल का हो गया है। गांव में सड़क है और न नाली पटान है। बारिश में हालत काफी दयनीय हो जाती है।

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चिकित्सा की बिल्कुल सुविधा नहीं
मनासा में कारगिल चौराहा पर स्थित चाय की दुकानवाले जयेश कुमार ने बताया कि उसने १२ वी तक पढ़ाई की है। यहां पर उच्च व तकनीकी शिक्षा के लिए कॉलेज नहीं है। काई नया उद्योग नहीं लगे। जिससे लोगों के रोजगार के अवसर बढ़े। यहां की चिकित्सा व्यवस्था भी काफी दयनीय है। कहने के लिए अस्पताल तो है, लेकिन चिकित्सक स्टाफ नहीं है। यदि किसी को फ्रैक्चर भी होता है तो सीधा उसे नीमच ही भेजा जाता है। जिससे परिजनों को परेशान होना पड़ता है और रोजाना अस्पताल के लिए चक्कर काटना पड़ता है। पिछली बार रहे भाजपा विधायक कैलाश चावला ने आमजन के तरफ कोई ध्यान नहीं दिया। उनकी मूलभूत आवश्यकताओं को भी पूरा नहीं किया। अब बाहुबली वर्ग का प्रत्याशी भाजपा ने खड़ा किया। जो कि पहले भाजपा से बगावत कर निर्दलयी दूसरे स्थान पर रहे थे। बाहुबली होने से विपरीत प्रभाव आमजन में पड़ता है। लेकिन अभी लोगों के बीच दिख रहें हैं।

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पांच साल में कॉलोनी में नहीं पहुंची बिजली
मनासा कविनगर निवासी दंपती संतोष बाई और उनके पति अंबालाल माली ने पत्रिका से बातचीत के दौरान बताया कि मुख्यमंत्री बिजली देने की बात कहते है, लेकिन हमारी कॉलोनी में पांच साल हो गए बिजली कनेक्शन की सुविधा नहीं है। जबकि यह बालकवि राष्ट्रीय स्तर के कवि के नाम से कॉलोनी है। यहां पर सड़क और नाली नहीं है, न ही पेयजल व्यवस्था है। बारिश के दिनों में हाल बेहाल हो जाता है। यहां तक स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालय बनाने के लिए तीन साल पहले आवेदन दिया था, आज तक अनुदान नहीं मिला। नगर परिषद के काफी चक्कर काटे। लाइट कनेक्शन भी 250 फीट दूर से लेना पड़ रहा है। कॉलोनी में बिजली के खंभे नहीं लगे। संतोष बाई ने बताया कि भाजपा की सरकार में महंगाई ही बड़ी है और कुछ नहीं। रसोई की गैस भी हजार रुपए पर पहुंच गई। जो सरकार हमारी कॉलेनी सड़क और बिजली सुविधा देगी, उसे ही वोट देंगे।

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परम्परागत वोटर है हम तो
मनासा के सावन गांव निवासी रेस्टोरेंट संचालक विनोद कुमार गंगवाल और बैठे कुछ लोगों ने चर्चा में बताया कि जो प्रत्याशी भाजपा ने खड़ा किया है, उसे देखकर नहीं हम तो शिवराज और मोदी को देखकर वोट दे रहे है। हमारे गांव के शुरू से ही परम्परागत वोट है। यहां से भाजपा को ही अधिकांश वोट मिलते है। अगर पिछली बार वाला विधायक खड़ा होता तो उसका जीतना भी मुश्किल था। उसने गांव में आकर नहीं झांका। लेकिन मुख्यमंत्री ने गरीबों को मकान दिया, एक रुपए किलो में अनाज दिया। वहीं 200 रुपए प्रति माह में बिजली दी। इन सभी को याद रखकर भाजपा को ही चाहेंगे।

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स्थानीय को देंगे प्राथमिकता
मनासा में अल्हेड़ रोड पर स्थित फ्रूट दुकान के संचालक राजेश वर्मा ने बताया कि भाजपा के कार्यकाल में केंद्र और राज्य सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाएं चली है। जिससे आमजन को काफी लाभ मिला है। चाहे आवास हो, बिजली और सड़क योजना का। महंगाई और जीएसटी के कारण आमजन में नाराजगी है। फिर भी सरकार ठीक रही है। जहां तक बात मनासा की है, तो सड़क काम अभी भी चल रहा है। पानी की व्यवस्था है, चिकित्सा व्यवस्था ठीक नहीं है। फिर भी यहां पर स्थानीय भाजपा प्रत्याशी को प्राथमिकता देंगे।

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