जिले में बेरोजगारों की संख्या करीब 45 हजार 711 है, जबकि मध्यप्रदेश में 31.26 लाख पंजीकृत बेरोजगार है और जॉब देने वालों की संख्या सिर्फ 16151 हजार हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि जिले में इस योजना के तहत बेरोजगारों ने कोई रुचि नहीं दिखाई है। अभी तक करीब 30 का आवेदन हुआ है। 7 का बैंक लोन से प्रक्रिया चल रही है। सबसे बड़ा कारण सब्सिडी कम मिलना माना जा रहा है।
बेरोजगारों की बढ़ती संख्या से सरकार की किरकिरी होती थी। अब रोजगार विभाग ने इनकी संख्या कम करने के लिए एक तरीका खोज निकाला है। जनवरी से लागू किए गए इस नए फार्मेट में पंजीयन के दौरान पूछा जा रहा है कि पंजीयन करने वाले की वर्तमान स्थिति क्या है। इसमे तीन कैटेगरी है, दूसरी रोजगार कर रहे हैं और तीसरी खुद का कोई काम कर रहे हैं। इस बदलाव के बाद 1 फरवरी से अब तक जितने भी लोगों ने पंजीयन करया है, उनकी कैटेगरी बन रही है। मामले में इस काम को देखने वाली कंपनी से बात की तो उन्होंने बताया कि हमारा मकसद संख्या कम करना नहीं है, बल्कि बेरोजगार की सही स्थिति जानना है। ताकि उनकी उनके मन मुताबिक काम दिलवा सकें, लेकिन जब पत्रिका ने व्यापारियों से बातचीत की तो सामने आया कि मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में रोजगार से जोडऩे के प्रयास के चलते ऋ ण देकर संबल बनाने की योजना में नीमच के बेरोजगार युवाओं की कम रुचि है, जिसका कारण योजना में सब्सिडी कम होना और आयु सीमा 18-40 निर्धारित करना माना जा रहा है। वहीं दूसरी ओर योग्यता 12वीं पास है।
इसलिए बदली गई व्यवस्था
सितंबर-21 में आई सीएमआई की रिपोर्ट में बताया में बेरोजगारों की दर 3.5 फीसदी है, जबकि राष्ट्रीय बेरोजगारी की दर ७.5 फीसदी है। रोजगार पोर्टल पर दिखाई देने वाली संख्या को यह माना जाता है कि मप्र में बेरोजगारी बहुत है, वित्तीय वर्ष 2020-21 में इनकी संख्या 1.90 लाख रही थी।
यह हैं तीन केटेगिरी
मैन्यूफैक्चरिंग -1 लाख से 50 लाख रुपए तक।
सर्विस-1 लाख से 25 लाख रुपए तक।
खुदरा व्यापार पानी ट्रेडिंग- 1 लाख से 25 लाख रुपए तक
वर्तमान स्थिति जानना है
जो योजना में बदलाव अभी किया जा रहा है, उसका मकसद योजना बेरोजगारों की संख्या कम दिखाना नहीं, बल्कि यह जानना है कि उनकी वर्तमान स्थिति क्या है। साथ ही हम जान रहे हैं कि वे किस तरह के रोजगार चाहते हैं। मुख्यमंत्री उद्यम योजना के तहत बेरोजगार युवाओं की आयु सीमा 15-40 वर्ष व 12वीं पास अनिवार्य होना है। लेकिन दसवीं के काफी लोग सामने आ रहे है।
-अमरसिंह मोरे, महाप्रबंधक उद्योग विभाग नीमच