इस विविधतापूर्ण भागीदारी वाले आयोजनमें जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के 122 कैडेट्स के अलावा पूर्वोत्तर क्षेत्र के 171 कैडेट्स भी भाग ले रहे हैं।
इस शिविर में युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम के हिस्से के रूप में 25 मित्र देशों – अर्जेंटीना, बोत्सवाना, भूटान, ब्राजील, चेक गणराज्य, फिजी, कजाखिस्तान, केन्या, किर्गिसतान, लाओस, मलेशिया, मॉलदीव, नेपाल, रूस, सऊदी अरब, सेशेल्स, ताजिकिस्तान, ब्रिटेन, वेनेजुएला, वियतनाम, श्रीलंका, सिंगापुर, नाइजीरिया, मॉरीशस और मोजाम्बिक के कैडेट तथा अधिकारी भी भाग लेंगे।
राष्ट्रीय कैडेट कोर के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह ने अपने संबोधन में सभी कैडेटों से पूरे मनोयोग के साथ भाग लेने और शिविर की प्रत्येक गतिविधि से अधिकतम लाभ प्राप्त करने का आह्वानकिया।
उन्होंने कैडेटों को राष्ट्र प्रथम की भावना के साथ धर्म, भाषा और जातिगत बाधाओं को पार करते हुए चरित्र, ईमानदारी, निस्वार्थ सेवा, कामरेडशिप तथा टीम वर्क के उच्चतम गुणों को प्रदर्शित करने कीसलाह दी। गणतंत्र दिवस शिविर का मूल उद्देश्य कैडेट्स में देशभक्ति, अनुशासन और नेतृत्व गुणों की भावना उत्पन्न करना है।