READ MORE: राजस्थान में पहली बार Tiger Of River का प्रजनन उदयपुर में, वन विभाग को पांच प्रयासों के बाद मिली कामयाबी सुबह साढ़े ग्यारह बजे सूचना मिली कि देलवाड़ा से पहले अनंता हॉस्पिटल के पास एक पैंथर वाहन की टक्कर से घायल हो गया। सूचना पर बायोलोजिकल पार्क के चिकित्सक डॉ. हिमांशू व्यास, लालसिंह आदि तो एनजीओ के चमन सिंह व राजेन्द्र श्रीमाली भी मौके पर पहुंच गए। टीम के साथ शूटर नहीं था। बताया गया कि किसी कारणवश शूटर साथ नहीं आ सका। वहां सभी ने राजसमंद टीम के साथ मिलकर देखा तो पैंथर हाइवे से अंदर की तरफ पहाड़ी के पास था। डॉ. व्यास ने पैंथर को टैक्यूलाइज किया, वहां कोई छिपने की जगह नहीं होने से पैंथर दो बार टीम की तरफ लपका, इस बीच उसे दूसरी बार टैक्यूलाइज करने की तैयारी की जा रही थी जितने में वह बेहोश हो गया। पैंथर को जाल में डालकर पिंजरे तक लाए और तीन बजे पिंजरे में बंद कर इलाज के लिए उदयपुर रवाना हुए।
READ MORE: ग्रामीणों ने पैंथर शावक समझ पकड़ लिया जंगली बिल्ली का बच्चा मौके पर वनपाल रतनलाल, पूर्णचन्द्र पारीक, हरिसिंह झाला, पूर्व सरपंच राम रायका, जयराम तेली सहित करीब डेढ़ हजार लोग व देलवाड़ा थाने का पुलिस जाब्ता मौजूद था। फोरलेन क्रॉसिंग से करीब 25 फीटदूर ही 50 फीट की ऊंचाई पर बैठे वयस्क पैंन्थर को देखने का लोगों में उत्साह और रोमांच बना हुआ था। लोग रुक-रुककर फोटो खींच रहे थे। पहले पैंथर लंगड़ाता हुआ पहाड़ी के पास चढ़ रहा था, फिर वह खिलियों के पहाड़ पर बैठ गया। रोड के दोनों तरफ बड़ी संख्या में वाहनों का जमावड़ा लग गया। घूमने आए पर्यटकों ने भी वाहनों को एक तरफ खड़ा कर पैंथर को देखा। देलवाड़ा थाना पुलिस को लोगों को रोकने के लिए मशक्कत करनी पड़ी। चिकित्सक हिमांशु व्यास ने उसका उपचार शुरू किया तो सामने आया कि उसके अगले पांव में फ्रैक्चर था, उसके पांव में प्लास्टर चढ़ाया गया ताकि उसको दूसरी कोई चोट नहीं लगे।नर पैंथर करीब आठ साल का है।
नेगडिय़ा का वीडियो भी हुआ वायरल कुछ दिनों पूर्व इसी इलाके में नेगडिय़ा के पास फोरलेन पर रात्रि के समय सड़क पार करते एक घायल पैंथर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। उसके भी पीछे के पैरों पर वाहन की टक्कर लगने से फै्रक्चर होने की आशंका थी, लेकिन वन विभाग को पैंथर के बारे में कुछ भी पता नहीं चला।