भारतीय जनता पार्टी को आठवीं क्लास की ट्रिक्स अपना रही है। पहले 40 प्रतिशत बढ़ाओ, फिर 25 प्रतिशत कम कर लो। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री का यही हुनर है कि पिछले 60 दिनों में कीमत 10 रुपए बढ़ा कर 8 रुपए कम कर दो। पहले दाम बढ़ा दो, फिर कम कर वाहवाही लूटने लग जाओ। यदि सरकार को सच में राहत देनी है तो पेट्रोल-डीजल और गैस के दाम 2014 वाले कर देने चाहिए। वल्लभ ने कहा कि 2014 के मुकाबले अभी भी चार गुना एक्साइजट ड्यूटी को वसूला जा रहा है। 2014 में 414 रुपए में गैस सिलेंडर मिल रहा था, जो आज 1003 रुपए में मिल रहा है। उज्जवला योजना वालों के लिए 200 रुपए कम करने के बाद भी सिलेंडर की कीमत 2014 के मुकाबले दोगनी है। उन्होंने कहा कि देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को गर्मी में नींबू 300 रुपए किलो बिकने, होलसेल प्राइस इंडेक्स 15.1 प्रतिशत और रिटेल इन्फ्लेशन देश में 7.79 प्रतिशत करने के लिए धन्यवाद दें।