अनुराग मिश्रा जगदलपुर/नई दिल्ली। सीआरपीएफ पहली बार वामपंथी उग्रवाद के केंद्र छत्तीसगढ़ के बस्तर में अपनी स्थापना दिवस परेड आयोजित कर रहा है और यह पूरे देश के लिए गर्व की बात है। छत्तीसगढ़ में वामपंथी उग्रवाद को समाप्त करने के अभियान के दौरान बल के 763 जवानों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। आज वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई विजय के निर्णायक पड़ाव पर है, उसमें शहीद जवानों का बहुत बड़ा योगदान है।
केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) के 84वें स्थापना दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने केंद्रीय बलों की जमकर तारीफ करते ये बातें कहीं।
जम्मू- कश्मीर , नॉर्थईस्ट की अशांति के खिलाफ लड़ाई या फिर वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ लड़ते हुए आदिवासियों तक विकास की बात हो, हर क्षेत्र में सीआरपीएफ़ के जवानों ने शौर्य और बहादुरी का परिचय दिया है। उन्होंने कहा कि देश में आंतरिक सुरक्षा और शांति दोनों के लिए जनता का सम्पूर्ण भरोसा CRPF के जवानों पर है, जो उनके साहस और शौर्य से ही निर्मित हुआ है। शाह ने कहा कि यहां सीआरपीएफ के 174 करोड़ की लागत वाले 3 विकास कार्यों का भी लोकार्पण हुआ है।
अमित शाह ने कहा कि लद्दाख के हॉट स्प्रिंग में 21 अक्तूबर, 1959 को चीनी सेना का मुकाबला करते हुए अदम्य साहस और बलिदान की भावना का परिचय देते हुए सीआरपीएफ के जवानों ने शहादत दी और उस शहादत को अमर ऱखने के लिए कृतज्ञ देश ने 21 अक्तूबर को पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया। 9 अप्रैल, 1965 को सीआरपीएफ ने कच्छ के रेगिस्तान में सरदार पोस्ट पर पाकिस्तानी सेना को बहादुरी से मुंहतोड़ जवाब दिया और इसीलिए 9 अप्रैल को पूरा देश शौर्य दिवस के रूप में मनाता है।
हल्बी भाषा में समाचार बुलेटिन की भी शुरूआत इसके साथ ही हल्बी भाषा में प्रसार भारती के साप्ताहिक समाचार बुलेटिन की भी शुरूआत आकाशवाणी ने की है। उन्होंने कहा कि इससे ना केवल हमारी स्थानीय भाषाएं मज़बूत होंगी, बल्कि इस क्षेत्र में रह रहे लोगों को देश-दुनिया में घटित होने वाली घटनाओं के समाचार मिल सकेंगे और इससे देश और दुनिया के साथ उनका संपर्क भी बढ़ेगा।
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश के सुरक्षाबलों ने वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ पिछले 9 सालों में एक मज़बूत लड़ाई लड़ी है और सफलता प्राप्त की है। उन्होंने कहा कि जो वामपंथी उग्रवादी जनजातीय क्षत्रों के विकास में रोड़ा बने हुए थे, उन्हें हटाने का काम भी सीआरपीएफ ने किया है।
गौरतलब है कि जगदलपुर में ट्रॉमा सेंटर और बटालियनों में मूलभूत सुविधाओं को उपलब्ध कराने के लिए 4309 करोड़ रूपए सीआरपीएफ के लिए खर्च किए गए हैं। हाउसिंग सेटिस्फेक्शन रेश्यो बढ़ाने के लिए लगभग 11 हज़ार मकान बन चुके हैं और 28,500 सीएपीएफ के लिए बनाने का काम जारी है। प्रधानमंत्री छात्रवृत्ति योजना के तहत हर माह लड़कियों को 3000 रु और लड़कों के लिए 2500 रु दिए जा रहे है।
Home / New Delhi / सुरक्षाबलों ने वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ पिछले 9 साल में मज़बूत लड़ाई लड़कर निर्णायक सफलता प्राप्त की-अमित शाह