उपराष्ट्रपति ने मंगलवार को यहां अपने निवास स्थान पर साल 2021 व 2022 के रक्षा सम्पदा सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों के साथ संवाद में किसी का नाम लिए बिना कहा कि कुछ लोगों का राष्ट्र के प्रति दृष्टिकोण ठीक नहीं है। ये हमारे संस्थानों पर कीचड़ उछालते रहते हैं। जमीनी हकीकत के प्रति एकतरफा और अदूरदर्शी दृष्टिकोण अपनाते हैं। कोई यदि कहे कि भारत की तरक्की नहीं हो रही तो वह जमीनी हकीकत को नजरअंदाज कर रहा है। देश की तरक्की आंकड़ों, लोगों की संतुष्टि और उनके जीवन की बेहतरी में साफ देखी जा सकती है।
उन्होंने डिजिटल लेनदेन, इंटरनेट उपयोग, बुनियादी ढांचे और खाद्य सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में हुई उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि हाल ही रिकॉर्ड समय में बनकर तैयार हुए नए संसद भवन का उद्घाटन किया गया है। नया संसद भवन मात्र एक बिल्डिंग नहीं, इसमें देश की पूरी संस्कृति झलकती है।
उपराष्ट्रपति ने प्रशिक्षु अधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उन्हें 140 करोड़ लोगों की सेवा करने का दुर्लभ अवसर मिला है। सभी को हमेशा राष्ट्र को पहले रखकर काम करने की भावना से सेवा में कदम रखना चाहिए।