कम्पनी के निदेशक (स्ट्रैटेजी एंड इन्वेस्टमेंट रिलेशन) जैक ओब्रायन ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए मजबूत एबिटडा और फ्री कैश फ्लो अनुमानों के आधार पर अपने कैपिटल स्ट्रक्चर में और सुधार की उम्मीद है। वर्ष की पहली तिमाही के लिए सभी मैच्योरिटी प्रीपेड हैं। अगले 6 महीनों के लिए कोई उल्लेखनीय मैच्योरिटी नहीं होने के कारण कम्पनी अब 2024 और इसके बाद के लक्ष्य को पूरा करने पर ध्यान केंद्रीत कर रही है।
उन्होंने कहा कि वेदांता भारत के साथ-साथ अफ्रीका के कुछ हिस्सों के लिए एक उत्साहकारी ग्रोथ इंजन है। अफ्रीका के सबसे बड़े कॉपर डिपॉजिट में वेदांता लिमिटेड की 68% और कोंकोला कॉपर माइन्स में 79% हिस्सेदारी है। वेदांता के पैरेंट के पास अतिरिक्त रूप से उत्साहकारी एनर्जी ट्रांजिशन संबंधी संपत्तियां हैं। इनमें रिन्यूएबल (सेरेंटिका), सेमीकंडक्टर्स, स्टरलाइट टेक्नोलॉजीज और पावर ट्रांसमिशन के नए युग के वर्टिकल शामिल हैं।