बसपा संसाद पर दुष्कर्म का आरोप युवती ने घोसी से बसपा सांसद अतुल राय पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। आरोप लगाने के बाद 16 अगस्त को जब महिला अपने गवाह के साथ सुप्रीम कोर्ट पहुंची। जानकारी के मुताबिक दोनों ने कोर्ट परिसर के अंदर प्रवेश करने का प्रयास किया, लेकिन पर्याप्त आईडी न होने की वजह से गेट पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें अंदर नहीं जाने दिया। इस पर दोनों ने खुद पर ज्वलनशील द्रव्य डालकर खुद को आग को आग लगा ली।
आनन-फानन में पहुंचाया गया अस्पताल मौके पर मौजूद लोगों ने जब दोनों को आग की लपटों से घिरा देखा तो आनन-फानन में आग बुझाने का प्रयास किया। साथ ही वकीलों और सुरक्षाकर्मियों की मदद से उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां बीते कई दिनों से दोनों का इलाज चल रहा था और आज गवाह युवक ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
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यूपी सरकार कर रही कार्रवाईसुप्रीम कोर्ट के सामने आगजनी का मामला सामने आने के बाद प्रदेश सरकार ने इस मामले में जांच बिठा दी थी। सरकार की ओर से सांसद अतुल राय के खिलाफ दो सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया था। यह कमेटी जल्द ही अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगी। दो सदस्यीय टीम में आईपीएस आरके विश्वकर्मा और आईपीएस नीरा रावत शामिल हैं।
निलंबित हो चुके हैं पुलिस अधिकारी इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए राज्य सरकार ने दुष्कर्म पीड़िता के खिलाफ दर्ज मुकदमे की विवेचना में लापरवाही बरतने पर कैंट इंस्पेक्टर राकेश कुमार सिंह और दरोगा गिरजाशंकर यादव को निलंबित कर दिया था। पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश के आदेश पर दोनों के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है।
गौरतलब है कि अतुल राय यूपी के मऊ जिले की घोसी लोकसभा सीट से सांसद हैं। वाराणसी के लंका थाने में 1 मई 2019 को अतुल राय के खिलाफ दुराचार करने के आरोप में FIR दर्ज कराई गई थी। वहीं साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में वह विजयी घोषित हुए थे। गौरतलब है कि दुष्कर्म के मामले में जेल में बंद BSP सांसद अतुल राय को संसद सदस्य के तौर पर शपथ लेने के लिए हाईकोर्ट ने दो दिन की पैरोल मंजूर की थी।