मजबूत हों खिड़की और दरवाजे बैठक में पुलिस अधीक्षक डीके गर्ग, अपर कलक्टर एसआर महिलांग, एडिशनल एसपी गायत्री सिंह भी सम्मिलित हुए। कलक्टर गोयल ने कहा कि बैंक भवन में सभी खिडक़ी, दरवाजे, मेनगेट मजबूत हों। बैंक की साफ-सफाई के दौरान एक बैंक अधिकारी व सुरक्षा कर्मचारी उपस्थित रहे। दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी का एक सप्ताह के अंदर पुलिस वेरीफिकेशन कराना सुनिश्चित करें।
बैंक के आसपास के दुकानदारों को करें जागरूक कलक्टर गोयल ने कहा कि बैंक मैनेजर द्वारा बैंक के आसपास चारों तरफ रहने वालों, दुकानदारों की बैठक लेकर एवं उनको विश्वास में लेकर बैंक के सायरन बजने का मतलब समझाएं ताकि कभी भी सायरन बजने पर बैंक के आसपास के नागरिक, दुकानदार सहायतार्थ तात्काल बैंक पहुंच सकें। बैंक में एवं बैंक के अधिकारी, कर्मचारी के पास थाने का नंबर थाना प्रभारी, संबंधित एसडीओ, एएसपी, एसपी, कंट्रोल रूम का नंबर अवश्य रहे एवं पुलिस विभाग के महत्वपूर्ण टेलीफन नंबर, मोबाइल नंबर याद रहें।
पुलिस अधीक्षक डीके गर्ग ने बैंकर्स से कहा कि आर्थिक अपराध के मामले में बैंक अधिकारियों का सहयोग अति महत्वपूर्ण है। उन्होंने बैंकर्स से अपेक्षा की कि प्रार्थी द्वारा उसके अकाउंट से ठगी होने की शिकायत पर अकाउंट स्टेटमेट की जानकारी तत्काल उपलब्ध कराई जाए। ठगी होने की शिकायत पर प्रार्थी का खाता तत्काल फ्रीज करें। ठगी होने की शिकायत पर बैंक अधिकारी संबंधित मोबाइल, ई-वॉलेट सर्विस प्रोवाइडर कंपनी को रकम रिफंड करने यथाशीघ्र मेल करें।
बनाएं वाट्सएप ग्रुप
एसपी ने कहा कि समस्त बैंक अधिकारियों एवं सायबर सेल की टीम का एक वॉट्सअप गु्रप बनाने की आवश्यकता है ताकि आर्थिक अपराधों में मामले में तत्काल जानकारी तथा सलाह, सूचना को शेयर किया जा सके। बैठक में उपस्थित बैंक अधिकारियों ने जिला एवं पुलिस प्रशासन को अपने स्तर से हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाया गया। बैठक में डिप्टी कलक्टर सीपी बघेल और इंदिरा देवहारी, एलबीएम शंकर खेडिय़ा, सीसीबी नोडल अधिकारी आरएल कश्यप सहित विभिन्न बैंकों के अधिकारी उपस्थित थे।