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सावधान: इस रास्ते से गुजरना है तो संभलकर निकलें, आंधी चलने पर आपके साथ हो सकती है अनहोनी

-दीवान जी की तलैया क्षेत्र में संचालित हॉकर्स जोन में लगे टीन-शेड हो चुके जर्जर
-एक महीने पहले तेज आंधी के चलते एक तरफ का हिस्सा उखड़ा, बाल-बाल बचे थे लोग

दमोहJun 10, 2024 / 07:04 pm

आकाश तिवारी

-दीवान जी की तलैया क्षेत्र में संचालित हॉकर्स जोन में लगे टीन-शेड हो चुके जर्जर
-एक महीने पहले तेज आंधी के चलते एक तरफ का हिस्सा उखड़ा, बाल-बाल बचे थे लोग
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दमोह. दीवान जी की तलैया मार्ग से प्रतिदिन १० से १५ हजार वाहन गुजरते हैं। पैदल आने-जाने वाले राहगीरों की संख्या भी बहुत ज्यादा है। हम आपको यह इसलिए बता रहे हैं क्योंकि आने वाले दिनों में तेज बारिश और आंधी चलने की पूरी-पूरी संभावना है। इस स्थिति में यह रास्ता मुसीबत खड़ी कर सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि दीवान जी तलैया पर जो हॉकर्स जोन बना है। उसमें लगाए गए टीन शेड जर्जर हालत में हैं। जो तेज आंधी चलने पर कभी भी तिनके की तरह उखड़ सकते हैं। इससे लोगों की जान सांसत में पड़ सकती है। बता दें कि यहां पर सुबह ६ बजे से दोपहर १२ बजे तक बड़ी संख्या में सब्जी खरीदने के लिए लोग आते हैं। इनकी संख्या करीब ६०० से अधिक बताई जा रही है। जबकि अंदर सब्जी बेचने वालों की संख्या १५० से अधिक होती है। इस लिहाज से देखा जाए तो यहां पर जर्जर टीन शेड सैकड़ों जिंदगियों के लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं।
-एक दशक पहले शिफ्ट हुए थे सब्जी विक्रेता
बता दें कि यहां पर एक दशक पहले हॉकर्स जोन बनाया गया था। उस दौरान एक सैकड़ा से अधिक सब्जी विक्रेता यहां पर शिफ्ट किए गए थे। इसके बाद से अभी तक उनकी कोई मरम्मत नहीं कराई गई है।यहां पर सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि शेड खराब हालत में हैं। धूप से भी बचाव नहीं हो पा रहा है। इनके गिरने की आशंका बनी रहती है।
-एक महीने पहले चली आंधी में पूरी तरह से हिल गए थे शेड
यहां के सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि पिछले महीने तेज आंधी चलने से एक तरफ लगे टीन शेड पूरी तरह से हिल गए थे। गनीमत रही कि यह शेड उखड़े नहीं। नहीं तो इसकी चपेट में आने से कई लोगों की जान सांसत में पड़ सकती थी।
-रात में हॉकर्स जोन में रुकने मजबूर कई सब्जी विके्रता
सब्जी विक्रेता राधा बाई ने बताया सब्जी बचने के बाद पहले हम एक छोटे टपरे में रखते थे और घर चले जाते थे, लेकिन कुछ साल पहले टपरे यहां से हटवा दिए। काफी सब्जी बच जाती है और उसे लाने और ले जाने में दिक्कत होती है। इस वजह से रात यही गुजारना पड़ती है। यहां पर तीन से चार सब्जी विक्रेता बदल-बदल कर रुकते हैं, लेकिन रात में मच्छरों के कारण उन्हें पूरी रात जागकर काटनी पड़ रही है।
वर्शन
पिछले महीने आंधी चलने के कारण हॉकर्स जोन के अंदर अफरा-तफरी मच गई थी। एक तरफ लगे टीन शेड पूरी तरह से हिल गए थे। जर्जर पाइप की बजह से शेड पूरी तरह से झुक गए थे। किस्मत की बात थी कि शेड टूट कर किसी के ऊपर नहीं गिरे, नहीं तो बड़ी घटना हो सकती थी।
पूरन पटेल, सब्जी विक्रेता

वर्शन
सब्जी बेचने में डर लगता है। क्योंकि लोहे की चादरें तेज हवा में बुरी तरह से हिलती हैं। इनके गिरने का डर बना रहता है। नपा के जिम्मेदारों को बोल चुके हैं, लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
फिरोज खान, सब्जी विक्रेता

यह कैसा हॉकर्स जोन, जहां नहीं बुनियादी सुविधाएं
-बिजली के स्थाई कनेक्शन नहीं।
-पानी के लिए नहीं कोई व्यवस्था, हफ्ते में दो बार ही आता है टेंकर।
-सब्जी विक्रेताओ के लिए निस्तार के लिए भी नहीं बने सुविधाघर।
-नियमित सफाई न होने से परेशान सब्जी विक्रेता।
-आधे-अधूरे लगे शेड, दुकानदारों को बांधनी पड़ रही त्रिपाल।
वर्शन
मुझे इस संबंध में जानकारी नहीं है। यदि ऐसा है तो मैं सबंधित अधिकारी को भेजकर शेड बदलवाती हूं।

सुषमा धाकड़, सीएमओ नपा

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