डॉ. प्रमेंद्र सिंह के पत्रिका से बातचीत के अंश
सवाल- बीएमसी की जिम्मेदारी मिलने के बाद आपने पदभार संभाला, क्या चुनौतियां दिख रहीं हैं ? जवाब- चुनौतियां बहुत हैं, लेकिन पूरी टीम के सहयोग से कार्य योजना बनाकर इनसे निपटेंगे। सवाल- बीएमसी में मरीज, प्रशिक्षु डॉक्टर्स के लिए क्या आवश्यकता महसूस की है ? जवाब- यहां पर कार्य की बहुत आवश्यकता है, पहले हम बेसिक सुधारने का प्रयास करेंगे, आचार संहिता खत्म होने के बाद कार्य योजना बनाई जाएगी।
सवाल- सुधार की दृष्टि से पहली प्राथमिकता क्या रहेगी ? जवाब- परिसर साफ-स्वच्छ रहे, भवनों में जो दिक्कतें ठीक कराएंगे। हमारे कर्मचारियों का व्यवहार ठीक हो, मरीज-स्टाफ और मेडिकल छात्र अनुशासन में रहें।
सवाल- एकेडमिक व्यवस्था में किस तरह का सुधार लाया जाएगा ? जवाब- कोई भी मेडिकल कॉलेज का मुख्य उद्देश्य शैक्षणिक व्यवस्था ही होती है, मैं स्वयं पढ़ाने का प्रयास करूंगा, जल्द ही मैं भी मेडिकल छात्रों की कक्षाएं लूंगा।
सवाल- आप इंदौर जैसे बड़े मेडिकल कॉलेज में रहे हैं, क्षेत्र की जनता उम्मीद कर सकती है कि बीएमसी में भी सुपरस्पेशलिटी की व्यवस्था होगी ? जवाब- इंदौर में भी हमारा प्रयास था कि मरीजों के इलाज में कोई कमी न रहे, यहां भी हम प्रयास करेंगे कि आने वाले समय से बुंदेलखंड के लोगों को सुपरस्पेशलिटी की व्यवस्था हो सके।