बसपा सुप्रीमो मायावती के फर्जी हस्ताक्षर और दस्तावेज लगाकर कराया था नामांकन आंवला लोकसभा से बसपा के प्रत्याशी आबिद अली की ओर से कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई गई है। इसमें उन्होंने कहा कि बसपा ने उन्हें अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित कर फॉर्म ए और फॉर्म बी जारी किया था। जबकि शाहजहांपुर में जलालाबाद के मोहल्ला अंबेडकर नगर के रहने वाले सत्यवीर सिंह पुत्र राजपाल ने खुद को बहुजन समाज पार्टी आंवला लोकसभा का प्रत्याशी बताया। जब छानबीन की गई तो पता लगा कि सत्यवीर सिंह ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर फॉर्म ए और बी को सिंबल अथॉरिटी के रूप में अपने नामांकन पत्र के साथ लगाया है। उन्होंने बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती के फर्जी हस्ताक्षर भी किये। इसकी शिकायत राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती जी से की गई थी। इसके बाद मायावती ने सिंबल को लेकर जिलाध्यक्ष राजीव कुमार सिंह और निर्वाचन अधिकारियों से बात की। इसके बाद आबिद अली को नामांकन को बहाल किया गया।
नीरज मौर्य की सांठगांठ और इशारे पर भरा था सत्यवीर ने पर्चा आबिद अली ने आरोप लगाया कि इस मामले की लिखित शिकायत रिटर्निंग ऑफिसर को की गई थी। इसके अलावा पता लगा की गाड़ी संख्या यूपी 27 एआर 8742 के मालिक नरेंद्र ठेकेदार हैं। गाड़ी को अशोक मौर्य ड्राइवर चला रहा था। सत्यवीर के नामांकन के संबंधित फर्जी दस्तावेजों की फाइल श्यामलाल ने तैयार कराई थी। ड्राइवर अशोक मौर्य से इस संबंध में पुलिस के द्वारा पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि नरेंद्र कुमार ठेकेदार सपा प्रत्याशी नीरज मौर्य के करीबी हैं। उनके द्वारा मुझे श्यामलाल को लेने के लिए भेजा गया था। इस पूरे मामले में सपा प्रत्याशी नीरज मौर्य, सत्यवीर के साथ ही फर्जी दस्तावेज को तैयार करने, जालसाजी, धोखाधड़ी और षड्यंत्र में शामिल थे। कोतवाली में सपा प्रत्याशी नीरज मौर्य और बसपा के फर्जी प्रत्याशी सत्यवीर सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।