तकनीक के चलते एक-दूसरे के क्लोन बन गए हैं हम: प्रो.चंद्रा
Gujarat vidyapith, Convocation, corona, technology, clone, urbanization, democracy -गुजरात विद्यापीठ के 67वें दीक्षांत समारोह में 1665 विद्यार्थियों को प्रदान की डिग्री
तकनीक के चलते एक-दूसरे के क्लोन बन गए हैं हम: प्रो.चंद्रा
अहमदाबाद. अहमदाबाद यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो.पंकज चंद्रा ने कहा कि तकनीक ने हमें काफी नजदीक ला दिया है। इसका परिणाम यह आया है कि हम एक-दूसरे के क्लोन बन गए हैं।
प्रो.चंद्रा सोमवार को गुजरात विद्यापीठ के 67वें दीक्षांत समारोह को मुख्य अतिथि पद से संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने हमारे जीने की रीत, विचारने की और काम करने रीत पर असर असर करने वाले तीन परिवर्तनों की बात कही। जिसमें बताया कि पहला परिवर्तन तकनीक है। दूसरा शहरीकरण-नौकरी और क्लायमेट चेंज व तीसरा है लोकतंत्र। यह तीनों ही एक दूसरे के साथ गंभीरता से जुड़े हैं।
उन्होंने कहा कि तकनीक के चलते हम एक दूसरे के क्लोन बन गए हैं। तकनीक के कारण कई सुविधाएं गांवों तक पहुंची हैं, लेकिन योग्य व्यवसाय, नौकरी के अवसर, स्वच्छ वातावरण एवं प्राथमिक सुविधाओं से आज भी अपने ग्रामीण इलाके वंचित हैं। शहरीकरण के चलते देश की आधी से ज्यादा आबादी शहरों में रह रही है। तीसरा मुद्दा है लोकतंत्र। जिसमें हम अपने विचारव्यक्त करने के अधिकार की रक्षा करना चाहते हैं तो हमें उन लोगों के विचारों की भी रक्षा करनी पड़ेगी, जिसके विचार के साथ हम सहमत नहीं हैं।
प्रो.चंद्रा ने कहा कि शिक्षा प्रत्येक को आजीविका कमाने के लिए सक्षम बनाती है। जिंदगीभर सीखते रहने की तमन्ना जगाती है और एक नागरिक का निर्माण करती है।
कुलाधिपति इलाबेन भट्ट की अध्यक्षता में आयोजित इस दीक्षांत समारोह में 1665 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की गई।
इलाबेन भट्ट ने विद्यार्थियों को सच्ची जीवनशैली के लिए प्रेरित किया और अहिंसक समाज के निर्माण की आशा व्यक्त की। कुलनायक डॉ.राजेन्द्र खीमाणी ने बीते साल विद्यापीठ की ओर से किए गए कार्यों का ब्यौरा पेश किया। विद्यापीठ में इस वर्ष 3840 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है।
समारोह का शुभारंभ सभी धर्मों की प्राधना के साथ हुआ। विद्यार्थियों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरीके से दीक्षांत समारोह में शिरकत करने का मौका मिला। सभी परिसरों में इस वर्ष दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। मुख्य परिसर में कार्यक्रम का संचालन प्रभारी कुलसचिव डॉ.निखिल भट्ट ने किया।