सीन -3 पत्रिका टीम ने खुद ग्राहक की हैसियत से जब दुकानदारों से प्रमुख निजी स्कूल की कक्षा 5 वीं व 8 वीं की पूरी पुस्तक देने की बात कही, तो दुकानदार ने कहा कुछ ही सेट लेकर आए थे जो खत्म हो गए हैं। कुछ समय का इंतजार कर लिजिए हम बाहर से मंगा कर दे देते हैं। वहीं एक विक्रेता ने विजिटिंग देते हुए अपने दुकान का पता बता दिया।
कक्षा 10 अंग्रेजी माध्यम की पुस्तक लेने आए अभिभावक सूरज प्रसाद चौधरी ने बताया कि किसी भी दुकान में पुस्तक नहीं मिल रही है, दुकानदार शाम तक पुस्तक उपलब्ध कराने की बात कह रहे हैं। जिस कारण वह पुस्तक मेला में बिना खरीदी किए वापस चले गए।
मेला में नर्सरी कक्षा की पुस्तक लेने आए मो. इजराइल खान ने बताया कि नर्सरी की पुस्तक व एक बैग की कीमत 1600 रुपए बताई जा रही है, जो मार्केट से काफी ज्यादा हैं, बाजार में 200 से 250 में बैग मिल जाते हैं लेकिन यहां पर 500 रुपए से अधिक है।
इनका कहना
शाम तक पुस्तक मेला में सभी दुकानें लग गई थी, कुछ दुकानदारों को शंका थी कि मेला में खरीदारी नहीं होगी इसलिए पर्याप्त मात्रा में स्टॉक नहीं लाए थे, शाम को अपने निजी वाहनों से स्टॉक लाकर ग्राहकों को उपलब्ध करा रहे हैं।
पीएस मारपाची, जिला शिक्षा अधिकारी