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मानसून सीजन: वेक्टर जनित बीमारियों के बढ़ते जोखिम को लेकर चिंता, चिकित्सा शिविर आयोजित करने की तैयारी

स्वास्थ्य विभाग बीमारियों के प्रकोप को रोकने के लिए तैयार

चेन्नईJun 10, 2024 / 03:00 pm

PURUSHOTTAM REDDY

Tamilnadu

चेन्नई. राज्य भर में व्यापक वर्षा ने इस गर्मी में कुछ राहत दी है लेकिन इससे संचारी रोगों के फैलने की चिंता बढ़ गई है जो मानसून के दौरान घातक होते हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने खाद्य और जल जनित बीमारियों के अलावा वेक्टर जनित बीमारियों के बढ़ते जोखिम को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने अधिकारियों से ऐसी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहने को कहा है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि वह राज्य भर में बीमारियों के प्रसार को नियंत्रित करने की तैयारी कर रहा है।

अस्पतालों में हाई अलर्ट

सरकारी अस्पतालों को ईंधन, रोशनी और बैटरी बैकअप स्टोरेज के साथ पर्याप्त बिजली बैकअप बनाए रखने के निर्देश के अलावा, राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि अस्पतालों में जलभराव न हो। सार्वजनिक स्वास्थ्य और निवारक चिकित्सा निदेशालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सभी अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को बारिश के पानी की नालियों को साफ करने और सीवरेज को साफ रखने का निर्देश दिया गया है ताकि उन्हें बीमारी पैदा करने वाले मच्छरों और वायरस के प्रजनन स्थल बनने से रोका जा सके। अधिकारियों ने कहा कि वेक्टर नियंत्रण के लिए वयस्क मच्छरों की आबादी को नियंत्रित करने के लिए फॉगिंग और छिड़काव भी किया जा रहा है।

अधिकारी ने कहा बुनियादी ढांचे की व्यवस्था के अलावा हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि स्वच्छ पेयजल की पर्याप्त उपलब्धता हो, क्योंकि इसका संदूषण बीमारियों के फैलने के प्रमुख स्रोतों में से एक है। इस बीच स्वास्थ्य सेवा प्रतिष्ठानों को मच्छरों पर नियंत्रण के लिए क्लोरीनीकरण, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, कीटाणुशोधन और फॉगिंग कार्यों के लिए स्थानीय निकायों के साथ समन्वय करने के लिए भी कहा गया है।

मानव संसाधनों के संबंध में अस्पताल यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि पर्याप्त संया में डॉक्टर, नर्स, पैरा-मेडिकल स्टाफ और अन्य अस्पताल कर्मचारी ड्यूटी पर उपलब्ध हों। अधिकारियों ने कहा कि बारिश के बाद तत्काल राहत उपाय करने के लिए रैपिड रिस्पांस टीमें भी 24/7 आधार पर अलर्ट पर रहेंगी। तीव्र दस्त रोग, इन्लूएंजा जैसी बीमारियों, पीलिया और तीव्र इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम की निगरानी स्वास्थ्य देखभाल अधिकारियों की निगरानी सूची में शामिल हैं।

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