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गर्मी में हांफने लगे पावर ट्रांसफार्मर, ठंडा रखने लगाया कूलर

बार-बार आ रहे फाल्ट से बचने 50 टांसफार्मर की हुई क्षमता वृद्धि

शाहडोलMay 31, 2024 / 12:05 pm

Kamlesh Rajak


बार-बार आ रहे फाल्ट से बचने 50 टांसफार्मर की हुई क्षमता वृद्धि
शहडोल. इन दिनों आसमान से आग बरस रही है, पिछले करीब 10 दिन से शहडोल व अंचलों का पारा 40 से 45 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है। घरों में कूलर व एसी के इस्तेमाल की वजह से बिजली की खपत बढ़ गई है, जिसका दबाव ट्रांसफार्मर व विद्युत विभाग के उपकेंद्रों पर पड़ रहा है। लगातार ट्रिपिंग की समस्या से निपटने के लिए विद्युत विभाग ने पावर ट्रांसफार्मर में कूलर लगवा दिया है। जिससे कुछ हद तक ट्रांसफार्मर को गर्म होने से रोकने में राहत मिल रही है। साथ ही ट्रिपिंग की समस्या में भी कमी आई है। बीते 4-5 दिनों से गर्मी अपना रौद्र रूप दिखा रही है। जिसके कारण बिजली की ओवरलोड होने से ट्रांसफार्मर खराब होने या जलने जैसी घटनाएं लगातार सामने आ रही हंै, इसकी वजह से होने वाले नुकसान और मेंटेनेंस के दौरान लोगों को होने वाली असुविधा से बचने के लिए विभाग ने पावर ट्रांसफार्मर को 80 डिग्री तापमान तक रखने के लिए कूलर लगा दिया है। 50 स्थानों में लगे ट्रांसफार्मर की क्षमात वृद्धि कर दी है।
यहां हुई ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि
ब्यौहारी, जयसिंहनगर व जैतपुर विधान सभा क्षेत्र में विद्युत की समस्या न हो इसके लिए विभाग ने 50 स्थानों में लगे पुराने ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि की है। इसमें ब्यौहारी में 30, जयसिंहनगर में 10 व जैतपुर में 10 ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं। वहीं गर्मी को देखते हुए जिले भर के 504 स्थानों में लगे छोटे व बड़े ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि किए जाने का कार्य जारी है। जिससे ओवर लोडिंग के दौरान लोगोंं को समस्या न हो।
गर्मी में बढ़ी विद्युत खपत
विद्युत विभाग ने जानकारी में बताया कि इस बार गर्मी अधिक होने के कारण बीते वर्ष की तुलना में विद्युत खपत में इजाफा हुआ है। अप्रेल 2023 में जहां 368 लाख यूनिट विद्युत की खपत थी, वहीं 2024 के अप्रेल में यह खपत 93 लाख यूनिट बढकऱ 460 लाख यूनिट पहुंच गई है। वहीं मई व जून में और बढऩे की संभावना है।
इसलिए आती है ट्रिपिंग की समस्या
गर्मी या अन्य दिनों में ट्रिपिंग की समस्या आने के कई कारण विभाग ने बताए हैं। इसमें ओव्हरलोड मुख्य है, वहीं डीओ टूटना, फ्यूज उडऩा, तार टूटना, तेज आंधी तूफान, पक्षियों के तार में बैठने से शार्ट सर्किट होना, अर्थिंग सूखी होने से न्यूटल फेल हो जाना व विद्युततार में पेड़ो के डगाल गिरने या टच होने से ट्रिपिंग की समस्या आती है।
इनका कहना
नगरवासियों को बेहतर विद्युत आपूर्ति हो सके इसके लिए बेहतर प्रयास किए जा रहे हैं। कम क्षमता वाले ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि की जा रही है, वहीं फाल्ट सुधारने के लिए 24 घंटे उडऩ दस्ता तैनात रहता है।
दिनेश कुमार तिवारी, कार्यपालन अभियंता विद्युत विभाग

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