नल कनेक्शन को लेकर हो रही जनता परेशान
जोनल कार्यालयों का निरीक्षण करने पहुंची निगमायुक्त के सामने ही परेशान हो रहे लोग पहुंचे, निगमायुक्त ने बैठाई जांचदफ्तर से गायब रहने वाले तीन लोगों का 15 दिनों का वेतन राजसात
जलकर और नए नल कनेक्शन को लेकर निगमायु्क्त को शिकायत करते हुए आमजन
इंदौर. जनता की सुविधा के लिए नगर निगम द्वारा बनाए गए जोनल कार्यालयों पर ही जनता की बात नहीं सूनी जाती है। नगर निगम के जोनल कार्यालयों पर जनता की अनदेखी
का अंदाजा सोमवार को निगमायुक्त प्रतिभा पाल को भी हो गया। जब वे जोनल कार्यालयों का दौरा करने निकली। इस दौरान जहां पानी की समस्या को लेकर परेशान हो रहे आम लोगों ने उनकी शिकायत की। जबकि जोन पर से राजस्व विभाग का अमला ही गायब मिला। जिसके बाद उन्होंने पानी की समस्या का निराकरण नहीं करने वाले अफसरों पर जांच बैठा दी, जबकि गायब अफसरों की 15 दिन का वेतन राजसात करने के आदेश जारी कर दिए।
निगमायुक्त ने सोमवार को नगर निगम के तीन जोनल कार्यालयों (तीन नंबर और एक नंबर) का दौरा किया। इसके साथ ही वे रामचन्द्र नगर, कालानी नगर, एरोडम रोड, चंदन नगर और गंगवाल रोड का निरीक्षण करने भी पहुंची। निगमायुक्त ने अपने दौरे की शुरूआत जेलरोड से की। यहां से वे 3 नंबर जोनल कार्यालय पहुंची। यहां जोन के बाहर सडक किनारे कचरा गाडिय़ां बेतरतीब तरीके से खड़ी थी। निगमायुक्त ने अफसरों को गाडियों के ऐसे खडे होने का कारण पूछा तो उन्हें बताया गया कि जगह नहीं होने से बाहर ही गाडियों को खड़ा कर दिया जाता है। जिसके बाद उन्होंने गाडियों को सही तरीके से अन्य जगह पर खड़ा करवाने के लिए कहा। यहां उन्होंने जोन का हाजरी रजिस्टर चेक किया। सि दौरान तीन चार कर्मचारी अनुपस्थित थे। उनका वेतन काटने के लिए निगमायुक्त ने निर्देश दिए। यहां पर ड्रेनेज विभाग की शिकायतों के निराकरण में देरी को लेकर उन्होंने ड्रेनेज सुपरवाईजर और उपयंत्रियों पर नाराजगी व्यक्त करने के साथ ही काम में सुधार लाने के लिए हिदायत भी जारी की। इसके बाद वीआयपी रोड पहुंची निगमायुक्त को अहिल्या आश्रम स्कुल के सामने फुटपाथ पर ही घास उगी हुई दिखी। उसे साफ कराने के लिए उन्होंने कहा। यहां से निगमायुक्त किला मैदान स्थित 1 नंबर जोनल कार्यालय पहुंची। यहां जोन के सामने ही मौजूद वीरगढ़ी हनुमान मंदिर के पास कचरा पड़ा था। जिसे देखकर उन्होंने सीएसआई और दरोगा को फटकार लगाई ओर तुरंत कचरा हटाने के लिए कहा गया। वहीं जोन पर पहुंचकर उन्होंने सबसे पहले हाजरी रजिस्टर चेक किया। इस दौरान यहां पर सहायक राजस्व अधिकारी, बिल कलेक्टर और वसूली सहायकों के आने-जाने का समय जोन पर मौजूद अफसरों से पूछा तो पता चला कि वसूली सहायक राजेश बौरासी, दिप्तेश श्रीवास्तव, दुर्गासिंह बैस जोन पर आते ही नहीं है। उन्होने तीनों का 15-15 दिन का वेतन राजसात करने के लिए आदेश दिए। वहीं यहां पर ही कुछ लोग निगमायुक्त से मिले। उन्होंने जलकर और नए नल कनेक्शन को लेकर की गई शिकायतों को लेकर निगमायुक्त को बताया। उन्होंने शिकायतों का निराकरण अफसरों द्वारा नहीं करने और चक्कर लगवाने की बात कही। जिसके बाद उन्होनें जलप्रदाय विभाग के सहायक यंत्री वीडी शिवपुरे और विजय सिंह के खिलाफ जांच बैठाने के लिए निर्देश दिए। वहीं इन दोनों की जांच की जिम्मेदारी अपर आयुक्त भाव्या मित्तल को सौंप दी। साथ ही लंबित आवेदनों का तुरंत निराकरण करने के लिए विभागीय अफसरों को कहा गया।
जहां काम चल रहा वहां करें बेरिकेटिंग
इसके बाद वे रामचन्द्र नगर, कालानी नगर, एरोड्रम रोड, चंदन नगर व गंगवाल बस स्टैंड रोड पर सफाई व्यवस्था का निरीक्षण भी निगमायुक्त ने किया। इस दौरान धार रोड पर टिम्बर मार्केट के नजदीक चल रहे ड्रेनेज लाइन के काम को देखने भी पहुंची। यहां पर काम तेजी से कराने के साथ ही गड्ढे के आसपास बैरिकेटिंग कराने के लिए उन्होंने प्रभारी को निर्देश दिए। साथ ही ऐसी सभी जगह जहां पर गड्ढे खोदे गए हैं वहां बेरिकेटिंग कराने के लिए उन्होंने कहा।
होर्डिंग्स नहीं हटाए थे, 15 दिन का वेतन राजसात
1 नंबर जोनल कार्यालय के रास्ते में निगमायुक्त को कई जगह पर होर्डिंग लगे हुए मिले। इन्हें हटाया नहीं गया था। जिसको लेकर रिमूव्हल सुपरवाईजर राजेन्द्र यादव को फटकार लगाई और उनका 15 दिन का वेतन राजसात करने के आदेश जारी कर दिए।