इसलिए भूसे के ढेर में सुई खोजने जैसा… यूक्लिड टेलिस्कोप ने पहले खोजे जा चुके दर्जनों अन्य ग्रहों को लेकर पुष्टि की है कि वे भी किसी तारे की परिक्रमा नहीं करते। शोध के लेखक स्पेनिश खगोलशास्त्री एडुआर्डो मार्टिन का कहना है कि आकाशगंगा का यह क्षेत्र आइसबर्ग के सिरे जैसा है। वहां के ग्रह किसी तारे की रोशनी को रिफ्लेक्ट नहीं करते। इसलिए उन्हें खोजना भूसे के ढेर में सुई खोजने जैसा है।
विस्तृत ब्योरा संभवत: 2027 के बाद पहले के कुछ शोध में पता चला था कि हरेक तारे के आसपास कम से कम ऐसे 20 ग्रह हैं, जो उसका चक्कर नहीं लगाते। हमारी आकाशगंगा में ऐसे ग्रहों की संख्या कितनी है, यह वैज्ञानिकों के लिए अब भी पहेली बना हुआ है। इस बारे में विस्तृत ब्योरा 2027 के बाद मिल सकता है, जब अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी रोमन स्पेस टेलिस्कोप लॉन्च करेगी।
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