बेरोजगारी, असुरक्षा, आर्थिक समस्याएं और सामाजिक सुरक्षा है प्रमुख कारण, 90 फीसदी युवाओं के पास कराची में कोई अवसर नहीं
कराची। पाकिस्तान के 48.7 फीसदी युवा देश छोडऩा चाहते हैं, क्योंकि इस देश में उनके पास कोई रोजगार नहीं है। इसके साथ ही असुरक्षा, आर्थिक समस्याएं, सामाजिक सुरक्षा का अभाव आदि कारण भी हैं। यह तथ्य भी उभरकर सामने आया है कि कराची के 90 फीसदी युवा कराची में अपने लिए कोई अवसर नहीं देखते। कराची विश्वविद्यालय में आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में पेश आंकड़ों से यह जानकारी सामने आई है।
विश्वविद्यालय के लोक प्रशासन विभाग के प्रो. सलमान खटानी ने सम्मेलन में प्रस्तुत अपने शोधपत्र में बताया है कि पिछले साल ही करीब दस लाख लोगों ने देश छोड़ दिया है। पिछले तीन साल में रोजगार के लिए पाकिस्तान छोड़कर विदेश चले जाने वाले लोगों की संख्या लगभग 37 लाख हो गई है। प्रो. खटानी ने कहा कि कराची दुनिया का सातवां सबसे बड़ा महानगर है, लेकिन यहां का 90 फीसदी युवा शहर में अपने भविष्य के लिए अवसर नहीं पा रहा है। यहां जिस तरह की राजनीतिक अस्थिरता है, उस वजह से यहां के 41 प्रतिशत लोग शहर के भविष्य को लेकर अनिश्चित हैं।
हालात से चिंतित एक विश्लेषक का कहना है कि दुनियाभर में बदनाम पाकिस्तान अभी भी चेत नहीं रहा है। अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने की जगह वह आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। ऐसे में वहां की बड़ी आबादी धीरे-धीरे देश छोड़कर जा रही है। युवा वर्ग का बड़ा हिस्सा देश में नहीं रहना चाहता।
कराची के हालात बदतर
पाकिस्तानी के कराची शहर के हालात बदतर होते जा रहे हैं। सालों से लगातार हो रही हिंसकों वारदातों ने स्थानियों निवासियों का जीना हराम कर रखा है। हत्या, लूट या अन्य अपराध आम बात हैं। गौरतलब है कि कराची पाकिस्तान का कभी सबसे समृद्ध शहर हुआ करता था, लेकिन लगातार अस्थिरता की वजह से यहां के युवाओं का अब इस शहर से मोहभंग हो रहा है।
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