चंडीगढ। हरियाणा के मुख्यमन्त्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा देश का ऐसा दूसरा राज्य होगा, जहां सभी 21 जिलों में एक-एक महिला पुलिस थाना होगा। इन थानों में महिलाओं से जुड़े विशेष अपराधों की जांच केवल महिला पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा की जाएगी। मुख्यमन्त्री की महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने व सशक्त करने की सोच के अनुरूप रक्षाबन्धन की पूर्व संध्या पर 28 अगस्त से पुलिस विभाग द्वारा सभी जिलों में महिला पुलिस थानों की शुरूआत की जाएगी।मुख्यमन्त्री हरियाणा सिविल सचिवालय से पुलिस महानिदेशक यशपाल सिंघल, पुलिस रेंज महानिरीक्षकों व पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रैंसिंग के माध्यम से महिला पुलिस थाने स्थापित करने की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे।
मुख्यमन्त्री ने अधिकारियों को कहा कि एक अच्छा समाज वही होता है जहां पर अपराध कम हो और जो अपराध होते हैं, वे दर्ज हों। अपराध को दर्ज न करना भी एक अपराध है।महिला थानों के लिये आवश्यकतानुसार हुडा के सैक्टरों में जमीन उपलब्ध करवाने के प्रयास किये जाएंगे। महिला थानों की विशेष पहचान की जानकारी जनता तक पहुंचनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कानून महिला व पुलिस दोनों के लिये समान हैं। पुलिस अधिकारियों को महिलाओं से जुड़े अपराधों की जांच करते समय परिवार को एक इकाई मानकर व्यवहार करना चाहिए।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि महिला पुलिस थानों में परामर्श केन्द्र भी खोलेे जाएं। इसके लिये समाज सेवा से जुड़े विशेष व्यक्तियों जैसे सेवानिवृत्त अधिकारी, रक्षा अधिकारी या विशेष विभूतियों का भी सहयोग लिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पारिवारिक झगड़ों को कोर्ट-कचहरी की बजाय कई बार आपसी सुलह से आसानी से निपटा जाता है। उन्होंने कहा कि सीएम विण्डो पर भी कुछ शिकायतें ऐसी आती हैं, जिन पर पुलिस अधिकारियों को जनता का विश्वास कायम कर कार्यवाही करनी चाहिए।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि 28 अगस्त को प्रस्तावित महिला पुलिस थानों की शुरूआत के समय अधिक से अधिक महिलाओं को शामिल किया जाना चाहिए ताकि उन्हें लगे कि महिलाओं के अधिकारों के प्रति सरकार पूरी तरह सजग है। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों, सार्वजनिक स्थानों व सार्वजनिक परिवहन जहां महिलाओं की संख्या अधिक होने की सम्भावना होती है, वहां पर भी महिला पुलिस थानों की जानकारी होनी चाहिए।
बैठक में पुलिस महानिदेशक यशपाल सिंघल ने बताया कि एक महिला पुलिस थाने में दो उप निरीक्षक, तीन सहायक उप निरीक्षक, चार हैड कॉन्स्टेबल तथा 16 सिपाही होंगे।100 महिला पुलिस उप निरीक्षकों की सीधी भर्ती के मांग-पत्र भेजे गए हैं। प्रत्येक महिला थाने के लिये दो बोलेरो, एक टवेरा तथा तीन मोटरसाइकिल उपलब्ध करवाए जाएंगे, जिनके खरीद आदेश जारी किये जा चुके हैं और 15 अगस्त तक नये वाहन मिलने की सम्भावना है। हरियाणा पुलिस आवास निगम के माध्यम से वन विभाग से नया फर्नीचर उपलब्ध करवाया जाएगा, जिसके लिये 1.16 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है।
सिंघल ने मुख्यमन्त्री को आश्वासन दिया कि महिला पुलिस थाने स्थापित करने की उनकी अवधारणा को सफल बनाने में पुलिस विभाग कड़ी मेहनत करेगा जो समाज में महिला सशक्तिकरण व महिलाओं की सुरक्षा का एक विशेष संदेश देगा।