आज का आतंकवाद यूपीए की नीतियों का परिणाम
उन्होंने कहाकि यूपीए सरकार के गृह मंत्री ने “हिंदू आतंकवाद” की बात कहकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को कमजोर करने की कोशिश की थी और आज जो कुछ हो रहा है वह उसी की नीतियों का परिणाम है। गुरदासपुर में सोमवार को हुए आतंकवादी हमले के बारे में लोकसभा में बयान देते हुए कहा कि जीपीएस आंकड़ों की शुरूआती जांच से संकेत मिले हैं कि गुरदासपुर हमले में शामिल आतंकवादियों ने गुरदासपुर जिले के तास क्षेत्र से घुसपैठ की थी। भारतीय सुरक्षा बल सीमा क्षेत्र में सतर्क रहते हैं लेकिन कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और मूसलाधार बारिश के कारण सीमा क्षेत्र में नदियों और नहरों में अत्यधिक तेज बहाव के कारण ये आतंकवादी भारतीय सीमा में घुसने में सफल हुए होंगे।
शोरशराबा देश को स्वीकार नहीं
राजनाथ सिंह ने कहाकि एक तरफ आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हमारे जवान शहीद हो रहे हैं और दूसरी तरफ इस गंभीर मुद्दे के दौरान संसद में शोरशराबा हो, इसे देश स्वीकार नहीं कर सकता। इसी सदन में संप्रग सरकार के गृह मंत्री ने हिंदू आतंकवाद की बात की थी ताकि आतंकवादी हमलों की जांच की दिशा बदल दी जाए। तत्कालीन गृह मंत्री के इस बयान के लिए पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जमात उद दावा के सरगना हाफिज सईद ने उन्हें बधाई दी थी। आज आतंकवाद जिस तरह से चल रहा है यह पिछली सरकार की नरम नीतियों का परिणाम है।
शोरशराबे के बावजूद लोकसभा में हुआ प्रश्नकाल
इससे पहले विपक्षी सदस्य स्थगन प्रस्तावों के अस्वीकार होने पर हंगामा करने लगे और नारेबाजी करते हुए तथा नारे लिखी तख्तियां लेकर आसन के सामने आकर हंगामा करने लगे। अध्यक्ष ने उन्हें तख्तियां नहीं लहराने की हिदायत दी। इस दौरान उन्होंने कुछ सदस्यों के नाम लेकर भी चेतावनी दी कि वे तख्तियां नहीं लहराएं लेकिन सदस्यों ने उनकी एक नहीं सुनी और शोर शराबा करते। अध्यक्ष की हिदायत के बाद सदस्यों ने अधिक जोश के साथ नारेबाजी शुरू कर दी लेकिन महाजन ने स्पष्ट कह दिया कि उनके शोर शराबे के कारण सदन की कार्यवाही स्थगित नहीं की जाएगी।