विधान परिषद चुनाव में भाजपा ने वेस्ट यूपी के इन दो नेताओं पर लगाया दांव, यह है इन नेताओं का बैकग्राउंड अयुष्मान योग भी बन रहा है पंडित कैलाश नाथ द्विवेदी का कहना है कि इस बार अक्षय तृतीया पर सर्वसिद्धि के साथ ही आयुष्मान योग भी बन रहा है। इस दिन अक्षय तृतीया का काफी महत्व है। उनका कहना है कि अक्षय तृतीया पर बिना पंचांग देखें या शुभ मुहूर्त निकाले कोई भी शुभ काम कर सकते हैं। इस दिन इसका अच्छा फल ही मिलता है। उन्होंने कहा कि इस दिन पितरों का तर्पण या अन्य किसी भी प्रकार का दान फल देने वाला होता है। उन्होंने कहा कि यह माता लक्ष्मी को खुश करने का सबसे अच्छा दिन होता है। हां, उनकी पूजा के समय कुछ सावधानियां भी बरतनी चाहिए।
शनिवार को भी क्यों करते हैं हनुमान जी की पूजा, कैसे मिलता है फल न करें ये गलतियां – कैलाश नाथ द्विवेदी के अनुसार, घर साफ-सुथरा होना चाहिए। कहीं भी गंदगी न हो क्योंकि माता लक्ष्मी हमेशा स्वच्छ जगह पर ही वास करती हैं।
– नारायण भगवान को तुलसी बहुत ही प्रिय है। इस दिन जो भी बिना स्नान किए तुलसी के पत्ते तोड़ता है, माता लक्ष्मी उससे नाराज हो जाती हैं।
– पूजा करते समय मन शुद्ध होना चाहिए। किसी के प्रति भी मन में द्वेश न हो। इसके अलावा भगवान नारायण और माता लक्ष्मी के लिए ध्यान लगाएं।
– जो अपने बड़ों का आदर ना करता हो। पिता, माता और महिलाओं को सम्मान न देता हो, उनसे माता लक्ष्मी रुष्ट रहती हैं।
– दूसरों का बुरा करने वाले या उनका बुरा चाहने वालाें के घर माता लक्ष्मी नहीं आती है।
– दान न करने वालों पर भी मां की कृपा नहीं बरसती है।
– नारायण भगवान को तुलसी बहुत ही प्रिय है। इस दिन जो भी बिना स्नान किए तुलसी के पत्ते तोड़ता है, माता लक्ष्मी उससे नाराज हो जाती हैं।
– पूजा करते समय मन शुद्ध होना चाहिए। किसी के प्रति भी मन में द्वेश न हो। इसके अलावा भगवान नारायण और माता लक्ष्मी के लिए ध्यान लगाएं।
– जो अपने बड़ों का आदर ना करता हो। पिता, माता और महिलाओं को सम्मान न देता हो, उनसे माता लक्ष्मी रुष्ट रहती हैं।
– दूसरों का बुरा करने वाले या उनका बुरा चाहने वालाें के घर माता लक्ष्मी नहीं आती है।
– दान न करने वालों पर भी मां की कृपा नहीं बरसती है।