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नोएडा

बिसाहड़ा: अकलाख हत्याकांड का एक और आरोपी पहुंचा अस्पताल

इससे पहले एक अन्य आरोपी रवि भी अस्पताल लाया गया था जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी

नोएडाNov 05, 2016 / 08:40 pm

sandeep tomar

Dadri incident

Dadri incident

नोएडा। अकलाख हत्याकांड में जेल में बंद आरोपियों में से एक और आरोपी को शनिवार को जिला अस्पताल लाया गया। उसे बुखार की शिकायत थी। यहा डॉक्टरों व जेल अधीक्षक की निगरानी में आरोपी सौरभ का सेंपल लिया गया। जांच पड़ताल के बाद उसे वापस जेल भेज दिया गया। बता दें कि हाल ही में जेल में बंद आरोपी रवि की मौत के बाद गांव में सियासी महौल गर्मा गया था। लिहाजा जेल अधीक्षक ने एहतियात बरतते हुए शुक्रवार को सौरभ के परिजनों को जेल बुलाया था। वहां सौरभ की हालत से वाकिफ कराया। रजामंदी के बाद सौरभ को जिला अस्पताल भेजा गया। यहां उसका इलाज किया गया। डॉक्टरों के मुताबिक सौरभ की हालत में पहले से सुधार है। उसे बुखार व वायरल संबंधित बीमारी हुई थी दवाई दे दी गई है।

गांव में है शांति का माहौल

गांव के भाजपा नेता संजय राणा ने बताया कि गांव में शांति है। सौरभ की तबियत खराब हुई थी। इसकी जानकारी सौरभ के परिजनों को दी गई। मिलने के बाद जेल प्रबंधन ने सौरभ को जिला अस्पताल भेजा गया था। अब उसकी हालत में काफी सुधार है। उन्होंने बताया कि जेल का अधीक्षक और बाकी कर्मचारियों का व्यवहार काफी सकारात्मक था। उन्होंने परिवार के साथ काफी अच्छे से बात की। आपको बता दें कि रवि की मौत के बाद जेल के अधिकारियों और स्टाफ की लापरवाही का मामला सामने आया था। इस बार जेल प्रशासन की ओर से कोई लापरवाही नहीं बरती गई।

बीती यादों को भूलना चाहता है गांव

संजय राणा ने कहा कि अब गांव और वहां के लोग बीती बातों को भुला देना चाहते हैं। लेकिन उन्हें उन भुलाने नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 130 करोड़ के देश में जो एक घटना 15 दिन में भुला दी जाती है। उसे बार-बार याद दिलाने की कोशिश की जा रही है। आखिर ये किस तरह की साजिश है? उन्होंने कहा आखिर बार-बार माहौल को खराब करने की क्यों कोशिश की जा रही है? बम फटता है केरल में और धमकी मुझे और मेरे बच्चों की दी जाती है।

रवि की मौत के बाद हुआ था हंगामा


गौरतलब है कि अकलाख की हत्या में बंद 14 आरोपियों में से रवि की मौत चिकिनगुनिया से हुई थी, लेकिन ग्रामीणों का आरोप था कि जेलर की पिटाई से रवीन की मौत हुई थी। इसके बाद ग्रामीणों ने रवि को शहीद का दर्जा दिया। साथ ही पांच सूत्रीय मांगे रखी। सियासी दखल के बाद मांगे मानी गई और रवीन कड्डा अंतिम संस्कार किया गया। जिसके बाद से जेल प्रशासन काफी चौकन्ना हो गया है।
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