नोएडा परिवहन विभाग की तरफ से यूपी 16 सीएफ के आर्कषक नंबरों की सीरीज की ऑनलाइन नीलामी रखी गई थी। हालांकि ऑनलाइन नीलामी की प्रक्रिया अप्रैल माह में शुरू हुई थी। पिछली बार 0001 नंबर साढ़े तीन लाख रुपये में बिका। इस बार परिवहन को इस नंबर की बोली से 2 लाख रुपये अधिक मिले है। हालांकि अभी यह तय नहीं है कि नंबर किसी गाड़ी के लिए खरीदा गया है। एआरटीओ प्रशासन एके पांडेय ने बताया कि कुछ नंबरों की नीलामी बाकी है। अभी तक लगी नीलामी में 0001 नंबर सबसे अधिक कीमत में बिका है।
मालूम हो कि घर बैठे वाहनों के लिए मनचाहे नंबर पाने के लिए नोएडा परिवहन विभाग की तरफ से वीआईपी नंबरों की ऑनलाइन नीलामी शुरू की है। नंबर के हिसाब से उसकी कीमत भी उतनी ही अधिक रखी जाती है। उसके बाद नीलामी होती है।
इतने में बिके नंबर नीलामी में 0001 नंबर 5 लाख 50 हजार रुपये में बिका है। जबकि 0009 नंबर 2 लाख 20 हजार रुपये में बिका है। परिवहन विभाग की तरफ से इस बार 19 नंबरों के लिए बोली लगाई गई। नंबरों की हुई नीलामी से परिवहन विभाग को 9 लाख 46 हजार 500 रुपये का राजस्व मिला है।
वीआईपी नंबर लेने वालों की कोई कमी नहीं कभी खादर के जंगल रहे नोएडा और ग्रेटर नोएडा में वीआईपी नंबर लेने वालों की कोई कमी नहीं हैं। इसमें मुआवजे से रईस हुए किसानपुत्र भी आगे है। दरअसल, मुआवजा मिलने के बाद किसान भी जगुआर, आॅडी, मर्सेडीज, बीएमडब्ल्यू जैसी गाड़ियों में चलना पंसद करते है। मुआवजे से रईस हुए किसानों को देखते हुए कंपनियां भी पीछे नहीं रही है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में महंगी से महंगी कार कंपनियां अपने शोरुम खोल चुकी हैं।