एक तरफ जहां बढ़ते प्रदूषण (Pollution) और स्मॉग (Smog) को देखते हुए अदालतों को कड़े फैसले लेने पड़ रहे हैं वहीं दूसरी ओर इन फैसलों/आदेशों का जमकर उल्लंघन भी हो रहा है। इस उल्लंघन में सिर्फ प्राईवेट फर्म या ठेकेदार ही नहीं सरकारी अधिकारी भी शामिल हैं। जिनके द्वारा कार्रवाई न करने से प्राईवेट ही नहीं सरकारी निर्माण कार्य भी चल रहे हैं। दरअसल इन निर्माण कार्यों से उड़ने वाली धूल से वातावरण प्रदूषित होता है जिसका सीधा असर हमारी सेहत पर पड़ता है। इसी के चलते सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) द्वारा दिवाली पर एनसीआर में पटाखों की बिक्री पर भी रोक लगाई गई थी।
शहर के विभिन्न सेक्टरों में चल रही सरकारी परियोजनाओं में निर्माण कार्य चल रहा है। पत्रिका ने जब शहर का दौरा किया तो ज्यादातर जगह निर्माण कार्य होता पाया। इस दौरान सेक्टर-18 में बन रही मल्टीलेवल पार्किंग, थाना सेक्टर-24 में निर्माण कार्य चल रहा था। यहां जब पुलिस कर्मी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि थाने में निर्माण कार्य प्राधिकरण द्वारा कराया जा रहा है। इसलिए हम कुछ नहीं बता सकते।
नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) के ओएसडी राजेश से जब सरकारी परियोजनाओं में चल रहे निर्माण कार्यों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हम संबंधित ठेकेदारों पर कार्रवाई करेंगे और निर्माण कार्य बंद कराएंगे। उन्होंने कहा कि एनजीटी के आदेशों का पालन कराने के लिए प्राधिकरण लगातार कार्य कर रहा है और यदि कहीं आदेशों का उल्लंघन हो रहा है तो उस पर तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए जाएंगे।