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Sambhal: 24 बंदी और पांच पुलिसकर्मी, जानिए 10 मिनट में कैदी वैन से कैसे फरार हुए तीन बदमाश जानकारी के अनुसार, इराक के करकूक दिबिस निवासी फारिस सबीब तलब अपने छोटे भाई का लीवर ट्रांसप्लांट कराने भारत आये हैं। इन्होंने छोटे भाई को उपचार के लिए नोएडा के सेक्टर-128 स्थित जेपी अस्पताल में एडमिट कराया है। फारिस बुधवार को अपनी बहन फातिम सबीब तलब और भाई सामून सबीब तलब के साथ अस्पताल के बाहर रोड किनारे बैठकर सिगरेट पी रहे थे। उसी दौरान एक कार उनके पास आकर रुकी। बताया गया है कि कार में तीन युवक सवार थे। आरोप है कि तीनों ने खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए सार्वजनिक स्थान पर सिगरेट पीने पर फटकार लगाई।
जिसके बाद तीनों ने उनसे पासपोर्ट, वीजा समेत अन्य कागजात मांगे। चेकिंग के नाम पर तीनों आरोपियों ने उनकी कमर में बंधी कपड़े की बेल्ट खुलवा ली। बेल्ट में 30 हजार अमेरिकी डॉलर रखे हुए थे। आरोप है कि तीनों बदमाश उनसे बेल्ट को छीनकर कार में सवार होकर फरार हो गए। पीड़ित के शोर मचाने पर आस-पास के लोगों की मौके पर भीड़ इक्टठा हो गई। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है।
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२1 मामले दर्ज थे तीनों फरार बदमाशों पर, 20 जुलाई को आना था फैसला उलझन में रही पुलिस विदेशी नागरिक के साथ हुई लूट की घटना से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। सूचना मिलने पर आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। पीड़ित की भाषा न समझ आने की वजह से पुलिस करीब दो घंटों तक उलझी रही। नोएडा सीओ फर्स्ट श्वेताभ पांडे ने बताया कि इराकी भाषा के अनुवादक को बुलाया गया। उसके बाद पूरे घटनाक्रम के बारे में जानकारी ली गई। बदमाशों को तलाशने की हरसंभव कोशिश की जा रही है।
लीवर ट्रांसप्लांट के लिए रुपये जमा कराने आए थे इराकी फारिस सबीब तलब के भाई अदनान तलीब सबब का इलाज जेपी अस्पताल में पिछले 15 दिनों से चल रहा है। डॉक्टरों की तरफ से जांच की जा चुकी है।
एसएसपी के निर्देश पर चल रहा ऑपरेशन क्लीन एसएसपी वैभव कृष्ण के निर्देश पर जिलेभर में ऑपरेशन क्लीन चलाया हुआ। ऑपरेशन क्लीन के तहत बदमाशों पर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। उसके बाद लूट की यह वारदात हुई है।