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ये है घटना
बुलंदशहर के गांव धर्मपुर निवासी ब्रजपाल उप्र पुलिस में दरोगा के पद हैं। वे मेरठ हापुड रोड स्थित 44 वाहिनी पीएसी में तैनात हैं। उनका परिवार मेरठ शास्त्री नगर के ब्लाक में ही रहता है। होली पर उनकी डयूटी आगरा लगाई गई थी और वे आगरा डयूटी पर गए हुए थे। घर पर उनकी पत्नी और दो बेटे थे। रात करीब 8 बजे उनका बडा बेटा कवीन्द्र घर से बाहर सामान लेने के लिए गया था। घर से बाहर निकलते ही उसे अर्जुन नामक एक युवक ने रोक लिया। आरोप है कि अर्जुन उस समय नशे की हालत में था। उसके साथ एक अन्य युवक शिवा भी था। दोनों ने दरोगा पुत्र कविंद्र से शराब की बोतल के लिए पांच सौ रूपये मांगे। जिस पर कविंद्र ने रूपये देने से मना कर दिया। इस पर अर्जुन ने पिस्टल निकाल ली और कविंद्र को जान से मारन की धमकी देने लगा। इसी दौरान आवाज सुनकर कविंद्र की मां सुमन बाहर आई और उसने दोनों को समझाने की कोशिश की। लेकिन अर्जुन नशे में था और उसने पिस्टल से गोली चला दी। जिस पर गोली कविंद्र की गर्दन पर लगी। बेटे के ऊपर फायर होता देख मां बीच में आ गई। नशे में धुत्त अर्जुन ने फायर करने शुरू कर दिए तो कई गोलियां सुमन को भी लग गई। सुमन नीचे गिर गई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
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मां-बेटे को गोली मारने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। मौके पर मौजूद लोग दोनों को अस्पताल लेकर पहुंचे जहां पर चिकित्सकों ने सुमन को मृत घोषित कर दिया। कविंद्र जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है। छोटे बेटे निशांत ने दोनों हत्यारोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।