नोएडा के फेस-2 स्थित मोजर बेयर कंपनी में आयकर विभाग की 15 सदस्यीय टीम लगातार छापेेमारी और सर्वे कर रही है। कंपनी को चारो तरफ से बंद कर दिया गया। कंपनी में मौजूद कर्मचारियों को बाहर जाने की इजाजत नहीं दी गई। मोबाइल फोन आयकर विभाग के अधिकारी ने अपने अधिकार में ले रखे है। फिलहाल आयकर विभाग के अधिकारी छापेमारी को लेकर कोई भी बयान नहीं दे रहे है, लेकिन सूत्रों के अनुसार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमल नाथ के भांजे, निजी सचिव व अन्य के ठिकानों पर कार्रवाई के तहत यह कार्रवाई की गई है। मोजर बेयर कंपनी की दोनों यूनिट काफी पहले बंद हो चुकी है। इसके बाद एक गारमेंट कंपनी ने लेने की प्रक्रिया शुरू की थी। लेकिन कुछ कारणों के चलते मामला नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल के पास में है। आयकर विभाग की टीम ने कंपनी में पहुंचकर कई दस्तावेज खंगाले। आयकर विभाग को कई अहम दस्तावेज मिले हैं। यह कार्रवाई हवाला के जरिए पैसे के लेनदेन की सूचना पर की गई है। नोएडा आयकर विभाग की टीम को इस कार्रवाई से दूर रखा गया है।
दुनिया की दूसरी कंपनी मानी जाती है मोजर बेयर डीवीडी, सीडी, पेन ड्राइव, मोबाइल का मेमोरी कार्ड और सोलर प्लांट बनाने वाली कंपनी मोजर बेयर ग्रेटर नोएडा यूनिट बंद हो चुकी है। यह गौतमबुद्धनगर की सबसे बड़ी कंपनियों में शामिल थी। साथ ही सीडी, डीवीडी बनाने की दुनिया की दूसरी नंबर की कंपनी मानी जाती हैे। नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल ने मोजर बेयर को दिवालिया घोषित कर दिया है। कंपनी में 4356 करोड़ रुपये का कर्ज है, जबकि इंटरिम प्रोफेशनल रिजोल्यूशन के तहत इसकी औसत कीमत 337.45 करोड़ रुपये तय की गई है। 1999 में गौतमबुद्धनगर के फेस-2 और ग्रेटर नोएडा में 2002 में मोजर बेयर की यूनिट शुरू हुई थी।