लापरवाही: 5 दिन बाद अगवा बच्चे का मिला शव, मामले में सपा नेता का नाम! नोएडा के फेमस पंडित रामपरवेश तिवारी जी बताते हैं कि करवा चौथ का व्रत विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए करती हैं। उन्हें इस अवसर पर भगवान शिव आैर माता पावर्ती की पूजा अर्चना करनी चाहिए। करवा चौथ की व्रत कथा पढ़नी चाहिए। इसके बाद दिनभर व्रत के बाद शाम को चद्रंमा को देखकर ही व्रत खोलना चाहिए।
इस दिन करें करवा चौथ का व्रत (Day of karwa chauth Vrat) पंडित जी बताते हैं कि इस बार karwa chauth 8 अक्टूबर रविवार के दिन है। यह व्रत कार्तिक मास के कृष्णपक्ष की चन्द्रोदय को मनाया जाता है। करवाचौथ हिंदू पंचाग के अनुसार पूर्णिमा के ठीक चौथे दिन पड़ता है। इस दिन महिलाएं अपने पति के लिए व्रत करेंगी। इस बार महिलाओं के पास पूजा करने के लिए सिर्फ 1 घंटे और 14 मिनट का समय है। इसी 1 घंटे और 14 मिनट में महिलाओं को अपना सारा पूजा का काम, चांद का दीदार कर पति के हाथों से व्रत खोलना है। अगर जो महिलाएं इस शुभ मुहूर्त में अपना पूजा खत्म कर व्रत खोलेंगी उन्हें ही उत्तम फल मिलेगा।
ये है शुभ मुहूर्त (karwa chauth Subh Muhurat) पंडित जी के अनुसार आने वाले रविवार आठ अक्टूबर को करवा चौथ का व्रत रखा जाएगा। करवा चौथ व्रत के पूजा का शुभ मुहूर्त शाम छह बजकर 16 मिनट से शुरू होकर शाम सात बजकर 40 मिनट तक पड़ रहा है। इसके साथ ही इस दिन चंद्रोदय का समय रात 8:30 बजे बताया जा रहा है। चंद्रमा देखने के बाद उसे अर्घ देकर ही सुहागन महिला इस व्रत को खोल सकती हैं। अगर महिला बिना च्रंद्रमा देखे ही व्रत खोल लेती हैं, तो यह व्रत पूर्ण नहीं हो पाता।